देशभर में लॉकडाउन के बीच दिल्ली में रहने वाले प्रवासियों ने बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब स्थित अपने गृहनगरों की तरफ जाना शुरू कर दिया है। इस स्थिति में जहां एक तरफ दिल्ली सरकार के प्रवासियों को रोकने के इंतजामों में कमी उजागर हुई है। वहीं, पैदल ही यूपी कूच करने वाले लोगों के लिए परिवहन का इंतजाम कर सीएम योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया पर हीरो की तरह पेश किए जा रहे हैं।

रविवार (29 मार्च) को सोशल मीडिया पर केजरीवाल के खिलाफ कई ट्वीट ट्रेंड हुए। इनमें अरेस्ट केजरीवाल से लेकर कई हैशटैग दिन भर ट्रेंड करते रहे। इन आलोचनाओं के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लिखित तौर पर प्रवासियों से राज्य में ही रुकने की अपील की। उन्होंने चिट्ठी में लिखा, “कुछ लोग अपने गांव जाने के लिए बेताब हैं। प्रधानमंत्री जी ने सबसे अपील की है कि जो जहां है, वहीं रहे। मेरी भी आपसे यही अपील है। क्योंकि इतनी भीड़ में आपको भी कोरोना होने का डर है।” केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि दिल्ली सरकार ने आपके लिए पूरा इंतजाम किया है, इसलिए अपने गांव न जाएं।

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केजरीवाल की इस अपील के बावजूद लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक यूजर ने अरेस्ट केजरीवाल हैशटैग इस्तेमाल करते हुए लिखा, अरविंद केजरीवाल को अपने विधायक (राघव चड्ढा) पर कार्रवाई करनी चाहिए। दिल्ली लंदन तो नहीं बना, लेकिन आपने उसे 1990 के दौर का बिहार बना दिया है। दरअसल, राघव चड्ढा ने शनिवार को ट्वीट में आरोप लगाया था कि उन्हें सूत्रों से जानकारी मिली है कि योगीजी दिल्ली से यूपी जाने वाले लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पिटवा रहे हैं। इस पर नाराज होते हुए लोगों ने केजरीवाल को घेरा।

इसके अलावा एक और यूजर ने दिहाड़ी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम करने वाले योगी आदित्यनाथ की तारीफ में एक फोटो शेयर करते हुए कहा कि योगी की एक तस्वीर ही सब कहती है। पुष्कर अवस्थी नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “जब भारत में कोरोनावायरस संकट के बाद सब साफ होगा, तब एक आदमी (योगी आदित्यनाथ) ऐसा दिखेगा, जिसने अरविंद केजरीवाल की यूपी-बिहार के प्रवासियों को मारने की साजिश को नाकाम किया।”