कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मई 2014 में जब से यह सरकार आई है, जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों में अशांति शुरू हुई है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के शासनकाल में देश के अलग-अलग हिस्सों में फैली अशांति से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), चीन और पाकिस्तान को फायदा हो रहा है। राहुल ने कहा, ‘‘केन्द्र में एनडीए के सत्ता में आने के बाद कई राज्यों में टकराव शुरू हो गया। जम्मू-कश्मीर में शांति थी। यूपीए सरकार के दौरान वहां आतंकवाद कमोबेश खत्म हो गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अलग-अलग तबकों के लोगों से बात की……हमारा विचार था कि लोगों से संपर्क कायम करें, युवाओं को नौकरियां मुहैया कराएं। हमने पंचायती राज चुनाव कराए।’’ राहुल यहां ‘आमचो हक’ यानी हमारा हक नाम के एक कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समुदाय के छात्रों से मुखातिब थे। कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
अमेठी से सांसद राहुल ने कहा, ‘‘जब हम 2004 में सत्ता में आए तो हमने जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे आतंकवाद को नियंत्रित कर लिया और यह कमोबेश खत्म हो गया था। उन्होंने साथ ही आरोप लगाया, ‘‘लेकिन अब देश में हर जगह – श्रीनगर, सिक्किम और बस्तर – अशांति है।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु से भी शांति गायब हो गई। कश्मीर में टकराव से किसका फायदा हो रहा है ? आरएसएस, पाकिस्तान और चीन का।’’
कश्मीर में अशांति को हवा देने के लिए कौन जिम्मेदार है, यह सवाल उठाते हुए राहुल ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए की सरकार थी तो आप सबने देखा है कि जम्मू-कश्मीर के लोग किस तरह शांति से रह रहे थे। उन्होंने दावा किया, ‘‘हालात उस वक्त खराब हुए जब भाजपा ने वहां पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई। इसी तरह, छत्तीसगढ़ में आरएसएस और उद्योगपतियों को बस्तर में टकराव का फायदा मिल रहा है।’’
राहुल ने कहा कि छत्तीसगढ़ जल, जंगल और खनिज के मामले में समृद्ध राज्य है और ‘‘वे आपके संसाधन छीनना चाहते हैं और वे तब तक ऐसा नहीं कर सकते जब तक संकट पैदा न हो।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘इसलिए वे दुर्भाव पैदा कर रहे हैं, वे चाहते हैं कि आप आपस में लड़ें। आदिवासियों को औद्योगीकरण से कभी फायदा नहीं मिलने वाला।’’
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि आरएसएस चाहता है कि दलित, आदिवासी और ओबीसी समुदाय के लोग कमजोर और दबे रहें ताकि वह उन पर राज कर सके। उन्होंने कहा, ‘‘वे जहां भी जाते हैं, आग लगाते हैं । हरियाणा में उन्होंने जाटों और गैर-जाटों के बीच झगड़ा शुरू कराया। कश्मीर में हिंदुओं-मुस्लिमों को लड़वाया, असम में बंगालियों और गैर-बंगालियों में झगड़ा कराया….वे जहां भी जाते हैं, झगड़ा कराते हैं।’’
उन्होंने कहा कि इसके उलट कांग्रेस शांति में विश्वास रखती है और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करना चाहती है। राहुल ने दावा किया, ‘‘हम चाहते हैं कि आपको आपके जल, जंगल और खनिज से फायदा मिले, किसी और को नहीं । हम आपके अधिकारों की रक्षा करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी आपकी जमीनें क्यों छीनना चाहते हैं? ताकि वे आपकी जमीनें, आपके खदान उद्योगपतियों को दे सकें।’’ उन्होंने कहा कि इस सब में आदिवासियों को परेशानी उठानी पड़ रही है और इससे उनका नुकसान हो रहा है।