छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके लिए तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। सभी राजनैतिक पार्टियां जब अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रुप देने में जुटी हैं, तभी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पाली-तानाखर से विधायक रामदयाल उइके ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। चुनाव से पहले ही उसके एक बड़े नेता का भाजपा में चले जाना यकीनन कांग्रेस का मनोबल तोड़ने वाला होगा। रामदयाल उइके ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इन दिनों 2 दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ में हैं। गौरतलब है कि रामदयाल उइके इससे पहले भी भाजपा में रह चुके हैं, लेकिन 18 साल पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब एक बार फिर रामदयाल उइके ने भाजपा में वापसी कर ली है। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उइके ने कहा कि जहां आदिवासी नेता को मान-सम्मान नहीं मिलेगा तो ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं। बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए थे, तब विधायक होने के बावजूद रामदयाल उइके को राहुल गांधी के साथ मंच साझा नहीं करने दिया गया था। इस बात से भी रामदयाल उइके नाराज बताए जा रहे थे।
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रामदयाल उइके आदिवासी नेता हैं और छत्तीसगढ़ के आदिवासियों में उनका अच्छा खासा वर्चस्व माना जाता है। ऐसे में रामदयाल उइके का भाजपा में आना पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हाल ही में छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हुए एक सर्वे में भाजपा को बढ़त दिखाई गई है। हालांकि यह बढ़त बहुत ज्यादा नहीं है और माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री के तौर पर अभी भी भाजपा के रमन सिंह लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं।