छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच की लड़ाई अब महात्मा गांधी और गोडसे से हटकर भगवान राम तक पहुंच गई है। नए मामले में कांग्रेस नेता व कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके राम मॉब लिंचिंग, चंदे और धंधे वाले राम ही केवल बनकर रह गए है। उन्होंने कहा कि बीजेपी राम के नाम को गलत इस्तेमाल कर मॉब लिंचिंग, चंदे लेना और व्यापार कर रही है। नेता ने बयान देते हुए कहा कि उनके राम अलग हैं और बीजेपी द्वारा जिस राम का प्रचार किया जा रहा है वह राम अलग हैं। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘कौशल्या के राम’ कार्यक्रम पर बीजेपी ने तंज कसा था और राम के नाम पर वोट लेने का आरोप भी लगाया था।

क्या है पूरा मामलाः बता दें कि कांग्रेस ने राज्य में ‘कौशल्या के राम’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया है। यह आयोजन शुक्रवार (04 अक्टूबर) से शुरु होगा। इस पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कांग्रेस पर राम के नाम का वोट लेने का आरोप लगाया है। बीजेपी के इस आरोप को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने सीधे सीधे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के राम और हमारे राम अलग हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी राम के नाम का वोट लेती है।

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कृषि मंत्री का बीजेपी पर निशानाः कृषि मंत्री ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि उनके राम शबरी के राम हैं, निषाद के राम हैं ,वनवासी के राम हैं। लेकिन बीजेपी के राम मॉब लिंचिंग और चंदा बटोरने के राम हैं। उन्होंने बीजेपी में नैतिक आधार की कमी बताई और कहा कि क्या राम केवल उनके ही हैं। कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि राम सबके हैं और उनपर सबका हक है।

शुक्रवार से शुरू होगा रामलीलाः बता दें कि सरकार द्वारा रायपुर में आयोजित रामलीला शुक्रवार से शुरू हो रहा है। इसमें मथुरा और छत्तीसगढ़ के कलाकार शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस पावन अवसर पर कौशल्या के राम का मंचन होगा। गौरतलब है कि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी एक बयान दिया था जिसमें बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस नेताओं को हिंदूवादी होने की बात भी कही थी।