शारदा और रोज वैली चिटफंड केस की सीबीआई जांच को लेकर कोलकाता में मचे बवाल के बीच अब कोई भाजपा विरोधी दल एकजुट हो गए हैं। चुनाव से चंद महीनों पहले लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के तीसरे बड़े राज्य से उठी यह आग अब पूरे देश में फैल गई है। इस सिलसिले में अब तक महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, जेडीएस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा समेत कई नेता उतर गए हैं। इन सभी ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची सीबीआई टीम को थाने ले जाने के कदम का समर्थन किया।
राज ठाकरेः कभी मोदी के समर्थक रहे ठाकरे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का तारीफ करते हुए कहा, ‘हम मोदी सरकार के अत्याचारों और निरंकुश व्यवस्था के खिलाफ उठाए गए ममता बनर्जी के इस कदम का समर्थन करते हैं। हम उनके साथ खड़े हैं।’
संजय सिंहः भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाकर राजनीति में स्थापित हुई आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मोदी सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘हमने नियम 267 के तहत राज्यसभा में कार्यवाही स्थगित करने के लिए नोटिस दिया है।’
एचडी देवेगौड़ाः कर्नाटक में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली जेडीएस के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने भी सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा, ‘हालात इमरजेंसी से भी बुरे हैं। जिस तरह से रविवार को कोलकाता में घटनाक्रम हुआ वह बताता है कि प्रधानमंत्री सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे उन्हें मदद नहीं मिलेगी।’
राजीव कुमार पर सीबीआई का आरोपः रविवार की शाम को शुरू हुए इस घटनाक्रम से देश की राजनीति में भूचाल-सा आ गया है। सीबीआई टीम के करीब 40 सदस्य शाम के समय कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे थे। सीबीआई टीम का कहना है कि चिटफंड केस के कई दस्तावेज गायब हैं जिनके संबंध में राजीव कुमार से मदद मांगी जा रही है। पिछले दो सालों में उन्हें कई बार तलब किया गया लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।
सर्च वारंट पर वार-पलटवारः सीबीआई टीम को थाने ले जाने को लेकर निशाने पर आईं ममता बनर्जी ने कहा, ‘बिना सर्च वॉरंट के पुलिस कमिश्नर के घर जाने की सीबीआई की हिम्मत कैसे हुई? यह मोदी सरकार के इशारे पर किया जा रहा है। सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है।’ वहीं ममता को जवाब देते हुए सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही है। ऐसे में किसी सर्च वारंट की जरूरत नहीं है।