एक अनपेक्षित घटनाक्रम के तहत गुरुवार को सीबीआइ ने जहां एक ओर शीना बोरा हत्याकांड मामले में शीना की मां इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और इंद्राणी के ड्राइवर रहे श्यामवर राव को आरोपी बनाते हुए अदालत में चार्जशीट पेश की, वहीं इंद्राणी के वर्तमान पति और स्टार टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहे पीटर मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यह अभी तक साफ नहीं हुआ है कि पीटर को शीना बोरा हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है या आर्थिक मामलों में हुई गड़बड़ियों के चलते।

हालांकि शीना बोरा हत्याकांड में खार पुलिस ने पीटर मुखर्जी से सितंबर के पहले सप्ताह में पूछताछ की थी। पीटर से 12-12 घंटे लंबी की पूछताछ की गई थी। 25 अगस्त को हुई इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद पीटर का कहना था कि उन्हें नहीं पता था कि शीना इंद्राणी की बहन नहीं बेटी है। बाद में पीटर ने माना कि उन्हें शीना बोरा के अलावा उनके बेटे राहुल ने भी लगभग दो साल पहले बताया था कि शीना इंद्राणी की बहन नहीं बल्कि बेटी है मगर उन्होंने विश्वास नहीं किया। राहुल मुखर्जी पीटर के बेटे हैं, जो शीना से शादी करना चाहते थे और इंद्राणी इसका विरोध कर रही थी। राहुल से पुलिस ने दो बार पूछताछ की थी।

इंद्राणी और पीटर ने मिल कर नाइन एक्स समूह की स्थापना की थी। सूत्रों का कहना है कि शीना बोरा की हत्या से पहले ही पीटर को जानकारी थी कि उसकी हत्या हो सकती है। दरअसल 2009 में आईएनएक्स न्यूज प्रा. लि. की बिक्री से मिले पैसों में से शीना के नाम से एक फिल्म निर्माण कंपनी खरीदी गई थी। शीना ने इसकी मालकिन बनने की कोशिश की तो इंद्राणी नाराज हो गई। उसने पीटर से कहा कि अगर शीना कंपनी से नहीं हटती है, तो वह उसे रास्ते से हटा देगी। पीटर ने कहा कि इंद्राणी जो करना चाहे करे, उन्हें अपने पैसों से मतलब है।
सीबीआइ ने चार्जशीट पेश की : शीना बोरा हत्याकांड में गुरुवार को सीबीआइ ने मुंबई के एस्प्लेनेड कोर्ट में चार्जशीट पेश की। इसमें इंद्राणी मुखर्जी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और इंद्राणी के ड्राइवर रहे श्यामवर राव को आरोपी बनाया गया है। तीनों ही इस समय जेल में हैं।

मजिस्ट्रेट आरबी अडोने की अदालत में पेश की गई चार्जशीट लगभग एक हजार पन्नों की है जिसमें 150 गवाह और 200 दस्तावेज हैं। इसमें मजिस्ट्रेट के सामने हुए सात बयान भी शामिल किए गए हैं। इंद्राणी ने अपने पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर राव की मदद से अपनी 24 साल की बेटी शीना बोरा की 2012 में हत्या कर उसके शव को रायगढ़ में गोगादे खुर्द के जंगलों में ठिकाने लगाया था।

पुलिस ने बीते अगस्त में गैरकानूनी तौर पर हथियार बेचते हुए श्यामवर राव को गिरफ्तार किया, तो उससे हुई पूछताछ में शीना बोरा की हत्या का मामला सामने आया। राव के बयान के आधार पर पुलिस ने इंद्राणी को 25 अगस्त को उसके मुंबई स्थित घर से गिरफ्तार किया था।

मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने सीधे दिलचस्पी लेते हुए इंद्राणी, खन्ना और राव से लंबी पूछताछ की। पीटर मुखर्जी, उनके बेटे राहुल मुखर्जी, बेटी विधि, इंद्राणी के बेटे मिखाइल, इंद्राणी के पहले पति और शीना के जैविक पिता सिद्धार्थ दास से भी पुलिस ने पूछताछ की। इसके बाद मारिया के कामकाज के तरीके पर सवाल उठने लगे। आखिर गृह मंत्रालय ने 18 सितंबर को मारिया के तबादले के साथ ही मामले की जांच सीबीआइ से करवाने की घोषणा की थी। सीबीआइ ने मामले की जांच के बाद गुरुवार को चार्जशीट पेश की।

गिरफ्तारी की वजह साफ नहीं:
यह अभी तक साफ नहीं हुआ है कि पीटर को शीना बोरा हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है या आर्थिक मामलों में हुई गड़बड़ियों के चलते। इससे पहले खार पुलिस ने पीटर से सितंबर के पहले सप्ताह में पूछताछ की थी।

एक हजार पन्नों का आरोपपत्र:
मजिस्ट्रेट आरबी अडोने की अदालत में पेश की गई चार्जशीट लगभग एक हजार पन्नों की है जिसमें 150 गवाह और 200 दस्तावेज हैं। इसमें मजिस्ट्रेट के सामने हुए सात बयान भी शामिल किए गए हैं।