प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्मृति ईरानी की होर्डिंग फाड़ने और फेंकने के आरोप में भाजपा के 22 कार्यकर्ता निष्कासित कर दिए गए हैं। बाकी प्रधानमंत्री की होर्डिंग बचाने के झगडे़ में एक युवक की तहरीर पर भाजपा के जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ल के खिलाफ एससी-एसटी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
होर्डिंग घमासान के बाद भाजपा के जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने अपने पत्र में लिखा है कि भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री महेश सोनी और मंडल अध्यक्ष कमल अग्रहरि को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के कारण पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त किया जाता है। इनकी सदस्यता समाप्त करने की संस्तुति के लिए प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा गया है। इस पत्र के एक घंटे पहले युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विषुव मिश्र ने पत्र जारी किया था।
इनके पत्र में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्मृति ईरानी की होर्डिंग फाड़ने और फेंकने के अनुशासनहीनता के कारण महेश सोनी और अमेठी मंडल की इकाई को भंग किया जाता है। इसमें 22 पदाधिकारी थे। घटना रविवार की देर रात आंबेडकर तिराहे की है। भाजपा के जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ल ने बताया कि महेश सोनी अपने समर्थकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की होर्डिंग फाड़कर फेंक रहे थे, जिसे वे होर्डिंग फाड़ने का विरोध किए थे।
इस बीच आशीष कुमार गाली- गलौज करने लगे थे। लेकिन मारपीट की घटना निराधार है। जबकि भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश मसाला ने कहा कि भाजपा के कुछ लोग अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए स्मृति ईरानी और भाजपा को बदनाम करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि महेश सोनी तिरंगा यात्रा की होर्डिंग हटाकर नवरात्र के हार्दिक शुभकामनाओं की होर्डिंग लगवा रहे थे, जिससे सुधांश शुक्ल अपने साथियों के साथ आशीष कुमार के साथ मारपीट किए थे। जबकि सुधांश शुक्ल मारपीट की घटना से इंकार किया है। 29 सितंबर को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का अमेठी में कार्यक्रम है। लेकिन भाजपा की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है।
