दिल्ली-एनसीआर में हल्की ठंड बढ़ने और दशहरे में रावण जलाने की घटनाओं के मद्देनजर वायु प्रदूषण बढ़ा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक शनिवार को शाम चार बजे दिल्ली की हवा की गुणवत्ता मध्यम स्तर से और बिगड़ कर खराब हो गई, जबकि एनसीआर में हवा बहुत खराब दर्जे में पहुंच गई।
देश के आठ शहरों में प्रदूषण बढ़ा है जिसमें चार दिल्ली एनसीआर के शहर हैं। सफर के मुताबिक दिल्ली की हवा बहुत खराब दर्जे में पहुंच गई है। इसमें पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं का भी असर है। लेकिन इस साल पराली जलाने के मामलों में कमी दर्ज की गई है।
सफर के मुताबिक दिल्ली में रामलीला मैदान सहित तमाम पार्कों में रावण के पुतले जलाए गए। सीपीसीबी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक यहां औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 284 दर्ज किया गया, जबकि गाजियाबाद , नोएडा व ग्रेटर नोएडा व गुरुग्राम की स्थिति और अधिक खराब रही। गाजियाबाद का एक्यूआइ 349, गुरुग्राम का 308 दर्ज किया गया। इनके सहित देश के कुल आठ शहरों की हवा बहुत खराब दर्जे की आंकी गई। जिनमें से चार एनसीआर के हैं। हालांकि दिल्ली में स्माग टावर लगे हैं। लेकिन पड़ोसी शहरों की हवा बहुत खराब होने पर दिल्ली की हवा और खराब हो सकती है।
केंद्र सरकार की प्रदूषण निगरानी प्रणाली सफर के मुताबिक पराली जलाने की 1572 घटनाएं दर्ज की गई हैं। यह कुल प्रदूषण में 14 फीसद हिस्सेदारी कर रही है। सफर के मुताबिक पिछले साल के इस अवधि की तुलना में इस बार अभी पराली जलाने के मामलों मे कमी है। लेकिन धीरे-धीरे यह बढ़ रही है। इसके साथ ही मौसमी परिस्थितियां इसमें योगदान कर रही हैं। उत्तरी पछुवा हवाएं भी चल रही हैं। कल से पुरवाई चलने व हल्की बारिश होने के बाद से स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है।
‘पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से दिल्ली की हवा प्रदूषित’
पड़ोसी राज्यों में जल रही पराली से दिल्ली की हवा प्रदूषित हो रही है। शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने की ली गई पड़ोसी राज्यों की फोटो ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने दिल्ली व आसपास के राज्यों की 13 व 16 अक्तूबर को ली गई फोटो जारी करते कहा कि राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं की स्थिति अब ऐसी है।
मुख्यमंत्री अपने ट्वीट के माध्यम से प्रदूषण की जानकारियां दिल्ली वालों को दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रदूषण खराब स्थिति में आ गया है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर 284 तक पहुंच गया है। आकलन के हिसाब से 201 से 300 तक की स्थिति को खराब माना जाता है
निगम अधिकारियों की ‘वार्ड-वार’ टीम गठित
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के विभिन्न विभागों से लिए गए अधिकारियों की ‘वार्ड-वार’ टीमों का गठन किया गया है, ताकि प्रदूषण से निपटने के लिए नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित किया जा सके। महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया कि कार्य विभाग, पर्यावरण प्रबंधन सेवाएं विभाग (डीईएमएस) और बागवानी विभाग सहित अन्य विभागों के सदस्यों की कुल 64 टीमों का गठन किया गया है।
निरीक्षण और उसके अनुरूप कार्रवाई करने के लिए यह टीमें, करीब एक हफ्ते पहले गठित की गई। यह टीम प्रदूषण से निपटने को नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करेंगी। नियमों के उल्लंघन में निर्माण या भवनों आदि को ध्वस्त करने के स्थल को परदे से नहीं ढकने से धूल प्रदूषण होना, पत्तियों और कचरा या अन्य कूड़ा को जलाना आदि शामिल हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निगम के तहत दो क्षेत्र हैं, शाहदरा (उत्तर) और शाहदरा (दक्षिण), जिनमें 64 वार्ड हैं। पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार सहित कई प्रदूषण के केंद्र हैं।