Citizenship Amendment Act (CAA) 2019 Protest Today Highlights: भारत में फ्रांस के राजदूत एमैन्युल लेनां ने कहा है कि संशोधित नागरिकता कानून नयी दिल्ली का आंतरिक और घरेलू मामला है। साथ ही रेखांकित किया कि उनका देश धार्मिक स्वतंत्रता में विश्वास करता है। सोमवार को उन्होंने बातचीत में कहा कि भारत लोकतंत्र है और जब लोगों के विचारों में विवाद होता है तो वे उच्चतम न्यायालय जैसे संस्थाओं का रुख कर सकते हैं जो कुशलतापूर्वक फैसला ले सकता है।
लेनां के मुताबिक, ‘‘मैं मानता हूं कि किसी भी देश के लिए भारत के आंतरिक मामले पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। हम धार्मिक स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं और यह ऐसा मुद्दा नहीं जिसपर हम टिप्पणी करें।’’
वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने कोर्ट में कहा- अलीगढ़ समेत पूरे देश मे शांतिपूर्वक विरोध कर रहे छात्रों पर कार्रवाई की जा रही है, उनके साथ हिंसा हो रही है। उन्हें कोर्ट की मदद है। आप संज्ञान लें. इस पर CJI ने कहा- हमें दिक्कत नहीं लेकिन जब हिंसा हो तो पुलिस क्या करे?
जामिया हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई की जाएगी। सीजेआई ने कहा कि कल करेंगे सुनवाई, पुलिस पहले हिंसा रोके। कोर्ट ने कहा कि पब्लिक प्रॉपर्टि का नुकसान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क और रेल मार्ग बाधित करने की खबरे हैं। पूर्वी मिदनापुर और मुर्शिदाबाज जिलों में सुबह से ही प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद कर दिए हैं, जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनों की वजह से कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या विलंब से चल रही हैं। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सियालदह-डायमंड हार्बर और सियालदह-नमखाना सेक्टर में पटरियों को जाम कर दिया है।
शाम 6 बजे के आसपास सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन के पास स्थानीय लोगों और कुछ छात्रों की भीड़ जमा हो गई, जिससे पुलिस को स्टेशन के गेट बंद करने को कहा गया। शाम 6.15 बजे तक, सुखदेव विहार से जामिया मिलिया इस्लामिया स्टेशन, जो कैम्पस के ठीक बाहर स्थित है, को प्रदर्शनकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया। जामिया मिलिया स्टेशन के फाटक भी बंद कर दिए गए और ट्रेनें रुक गईं।
जामिया और जेएनयू के छात्र पुलिस की कार्यवाई के विरोध में देर रात पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर इकट्ठा हुए थे। जहां सुबह साढ़े चार बजे तक छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। 50 छात्रों की रिहाई के बाद छात्रों का धरना प्रदर्शन खत्म हुआ। इस बारे में दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम एस रंधावा ने बताया कि, हिरासत में लिए गए सभी छात्रों को रिहा कर दिया गया है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रशासन और छात्रों का आरोप है कि उनके साथ पुलिस ने गलत व्यवहार किया। पुलिस की कार्यवाई के विरोध में देर रात जामिया और जेएनयू के छात्र पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर इकट्ठा हो गए। बताया जा रहा है कि सुबह साढ़े चार बजे तक छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।
नागरिकता (संशोधन) कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसर्किमयों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए।
जमिया में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा लिए गए ऐक्शन के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
सीएए विरोधी प्रदर्शन : जीटीबी नगर, शिवाजी स्टेडियम, पटेल चौक, विश्वविद्यालय, वसंत विहार, मुनिरका, आर के पुरम मेट्रो स्टेशन के गेट बंद।
दिल्ली में साउथ ईस्ट जिले में ओखला, जामिया, न्यू फ्रैंड्स कालोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल बंद रहेंगे. वर्तमान हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है.दिल्ली में साउथ ईस्ट जिले में ओखला, जामिया, न्यू फ्रैंड्स कालोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल बंद रहेंगे. वर्तमान हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है.— Manish Sisodia (@msisodia) December 15, 2019
जामिया के मुख्य प्रॉक्टर ने कहा: पुलिस जबरन परिसर में घुसी, अनुमति नहीं ली गई, कर्मचारियों, छात्रों को पीटा गया, उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया गया।
जामिया टीचर्स एसोसिएशन ने रविवार को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसा की निंदा की और कहा कि वह दक्षिणी दिल्ली में आगजनी का हिस्सा नहीं है। एसोसिएशन ने स्थानीय राजनीतिक नेताओं के नेतृत्व वाले इस तरह के ‘‘दिशाहीन’’ प्रदर्शन से दूर रहने की छात्रों से अपील की। एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, ‘‘जामिया शांति का उपदेश देता है। जेटीए जामिया के निकट या भारत में कहीं पर भी इस तरह की हिंसा की निंदा करता है।’’
जामिया मिल्लिया छात्रों के समूह ने बयान जारी कर नागरिकता अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से खुद को अलग किया। उनका कहना है कि बसों को आगे के हवाले स्थानीय लोगों ने किया है। इसमें प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कोई हाथ नहीं है।
पीएम मोदी ने झारखंड में रैली के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन को अस्वीकार कर दिया है और अब वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं कांग्रेस और उसके साथियों ने नागरिकता संशोधन कानून पर बवाल खड़ा कर दिया है तथा अब अशांति और आगजनी के पीछे उनका ही हाथ है।
झारखंड रैली के दौरान नागरिकता संसोधन कानून को लेकर जारी हिंसा पर पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हिंसा और अन्य घटनाओं को मूक समर्थन दे रहे हैं।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने संशोधन नागरिकता अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है। संगठन के मिलिंद परांडे ने कहा, 'विदेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने और पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफगानिस्तान के धार्मिक उत्पीड़न के शिकार लोगों को भारत में शरण देने से किसी भी भारतीय को कोई हानि नहीं है।'
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा है कि असम गण परिषद (AGP) सशोंधित नागरिक कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा रही है। मगर सच्चाई यह है कि एजीपी भाजपा के ही साथ है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बहुत चिंता की बात है कि पूर्वोत्तर राज्यों और खासकर असम में हिंसा में घिरा हुआ है। असम को देश के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान के रूप में मान्यता है।
नागरिकता विवाद के बीच दिग्गज भाजपा नेता और राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है और उनकी नागरिकता रद्द करने की मांग की है। सांसद ने राहुल गांधी के पुरखो पर भी निशाना साधा। स्वामी ने कथित तौर पर राहुल गांधी को 'बुद्धू' करार देते हुए कहा कि उन्हें अपने पुरखो की गलतियों की वजह से माफी मांगनी चाहिए।
नागरिकता संशोधन बिल (CAB) के कानून की शक्ल लेने के बाद उत्तर-पूर्व और देश के कई राज्यों में विरोध-प्रर्दशन जारी है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में असम और त्रिपुरा में इस कानून का सबसे ज्यादा विरोध देखने को मिला है। पश्चिम बंगाल में भी सशोधित नागरिकता कानून (CAA) का विरोध हुआ है। इसी बीच केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की सरकारों ने इस कानून को असंवैधानिक बताते हुए अपने राज्य में लागू नहीं करने की बात कही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राज्य में विभिन्न स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘कानून अपने हाथ में मत लीजिए। सड़क और रेल यातायात जाम मत कीजिए। सड़कों पर आम लोगों के लिए परेशानी खड़ी मत कीजिए।’ उन्होंने कहा, ‘सरकारी संपत्तियों को नुकसान मत पहुंचाइए। जो लोग परेशानियां खड़ी करने के दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’
असम के डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में कई घंटों के लिए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू में ढील दी गई। ये स्थान इस विवादित कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का केंद्र बने हुए हैं। मेघालय की राजधानी शिलांग में भी कर्फ्यू में ढील दी गई। असम में अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन में मारे गए लोगों की संख्या बढ़ कर तीन पहुंच गई है। संदिग्ध उपद्रवियों ने सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में शुक्रवार रात कर्फ्यू के दौरान एक तेल टैंकर को आग के हवाले कर दिया।