उत्तर प्रदेश में अवैध निर्माण पर जिलों की विकास प्राधिकरण की कार्ऱवाई तेज है। हाल ही में बरेली विकास प्राधिकरण ने 100 से भी ज़्यदा अवैध निर्माण पर बुलडोज़र चलाए। इसी क्रम में बरेली से आम आदमी पार्टी के मेयर प्रत्याशी रहे नवनीत अग्रवाल के अवैध टावर पर प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया। बताया जा रहा है कि नवनीत अग्रवाल ने बिना नक्शा पास कराए ये निर्माण कराया था।

इस दौरान नवनीत और बीडीए की टीम के बीच जमकर नोकझोंक हुई। आप नेता ने टीम के अफसरों पर रौब डालने की कोशिश करते हुए कहा कि मैं मेयर और सांसद का चुनाव लड़ चुका हूं। नवनीत अग्रवाल ने अफसरों से बहस करते हुए कहा, “ये जो अंधेरगर्दी चल रही है, जो उगाही चल रही हैं इसे पूरा शहर देख रहा है। आप सरकारी आदमी हैं, आप बेईमानी कर रहे हैं, ना कोई नोटिस ना कुछ।” वहीं, दूसरी ओर प्राधिकरण का कहना है कि उन्हें कई बार नोटिस दिया गया था, लेकिन नवनीत ने कोई जवाब नहीं दिया।

अफसरों से की गालीगलौज: आप के नेता नवनीत अग्रवाल के राधेश्याम एन्क्लेव स्थित टावर पर शुक्रवार को बीडीए ने बुलडोजर चला दिया। कार्रवाई आधा घंटे ही चली थी कि नवनीत अग्रवाल पहुंचे और कार्रवाई को रोकने की कोशिश की। इस दौरान उनकी बीडीए टीम से नोकझोंक के साथ जमकर गालीगलौज भी हुई। अपना टावर बचाने के लिए नवनीत अग्रवाल ने कई फोन किए।

जिसके बाद उन्होंने साल 2019 में कंपाउंडिंग के लिए बीडीए में जमा किए गए पांच लाख रुपये की दो रसीदें टीम को दिखाईं। रसीदें देखकर बीडीए ने कार्रवाई रोक दी और उनसे बकाया कंपाउंडिंग शुल्क जमा कराने को कहा।

कोई नोटिस नहीं दिया गया: नवनीत अग्रवाल ने कहा कि मेरे भवन निर्माण पर कार्रवाई के लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया। अचानक यहां बीडीए की टीम पहुंची। पहले भी उनके प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई। टारगेट करके बीडीए कार्रवाई कर रहा है। कंपाउंडिंग फीस जमा कर दी है तो फिर भवन को रेगुलर किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो रही है तो मेरे भवन के आसपास तमाम भवन अवैध हैं उन्हें क्यों नहीं गिराया जा रहा। एकतरफा कार्रवाई हो रही है।