राज्यसभा में मंगलवार को एक बार फिर कोहिनूर हीरे को ब्रिटेन से वापस लाने की मांग उठी। साथ ही महाराजा रणजीत सिंह की इच्छा के मुताबिक उसे ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर को दिए जाने की बात भी कही गई। बीजद के भूपेंद्र सिंह ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि महाराजा रणजीत सिंह चाहते थे कि कोहिनूर हीरा पुरी के जगन्नाथ मंदिर को दिया जाए क्योंकि गुरुनानक देव पुरी गए थे और गुरुग्रंथ साहिब में भगवान जगन्नाथ का जिक्र किया था।

सिंह ने कहा कि कोहिनूर हीरे को वापस भारत लाया जाना चाहिए और महाराजा रणजीत सिंह की इच्छा के मुताबिक उसे पुरी के जगन्नाथ मंदिर को दे दिया जाना चाहिए। सदन में मौजूद अन्य सदस्यों ने उनके इस मुद्दे का समर्थन किया।

केंद्र ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि महाराजा रणजीत सिंह के वंशजों ने 105 कैरेट का कोहिनूर हीरा आंग्ल-सिख युद्ध के खर्च की भरपाई करने के लिए स्वैच्छिक मुआवजे के तौर पर ब्रिटेन को दे दिया था। यह हीरा ‘टॉवर ऑफ लंदन’ में प्रदर्शनी के लिए रखा है। बीजद नेता के अनुसार, यह कहना सही नहीं है कि महाराजा रणजीत सिंह के वंशजों ने ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया था और अंग्रेजों को कोहिनूर हीरा दे दिया था। उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि कोहिनूर को वापस भारत लाने पर हर सदस्य खुश होगा।