Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव ने ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण मूल रूप से भारत के नहीं हैं। वो मूल रूप से रूस और अन्य यूरोपीय देशों के हैं।
शनिवार को बिहार के सुपौल में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा में बोलते हुए, यदुवंश कुमार यादव ने कहा, “यादव समुदाय वह है जो मूल रूप से इस देश से है। डीएनए परीक्षण से पता चलता है कि कोई भी ब्राह्मण इस देश का नहीं है और रूस और अन्य यूरोपीय देशों से हैं और अब वो यहां बस गए हैं। ब्राह्मण हमें विभाजित करने और शासन करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उन्हें यहां से भगा देना चाहिए।’
राजद नेता महागठबंधन की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे: JDU
आरजेडी नेता यदुवंश कुमार यादव का विवादित बयान महागठबंधन में उनकी सहयोगी पार्टी जेडीयू को रास नहीं आया है। जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक कुमार झा ने राजद नेता पर निशाना साधा और कहा, ”राजद नेता द्वारा की गई टिप्पणी निंदनीय है। उन्होंने पूछा- परशुराम रूस से आए थे या किसी अन्य देश से? इस तरह की भद्दी टिप्पणियां राजद नेता सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए करते हैं।
अभिषेक कुमार झा ने कहा, “राजद को ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस तरह की टिप्पणी करने से राजद नेता महागठबंधन की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
गठबंधन के सहयोगियों के बीच विवादित बयान देने की होड़: बीजेपी
भाजपा ने बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि गठबंधन के सहयोगियों के बीच विवादित बयान देने की होड़ मची हुई है।
भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा, ‘”मुझे लगता है कि राजद नेता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि राजद नेता मनोज कुमार झा और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता संजय झा जो इस क्षेत्र से आते हैं। उनको यह बताना चाहिए कि ब्राह्मण मूल रूप से इस देश के हैं या कहीं और से आए हैं।’
बिहार के शिक्षा मंत्री ‘रामचरितमानस’ को लेकर दे चुके विवादित बयान
इस साल जनवरी में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने हिंदू धर्म ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस समाज में नफरत फैलाती है। उनके इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया था। उनकी टिप्पणी की विपक्षी दलों के साथ-साथ बिहार में राजद की सहयोगी जद (यू) ने आलोचना की थी।
स्वामी प्रसाद मौर्य भी कर चुके रामचरितमानल पर विवादित टिप्पणी
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। मौर्य ने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है। यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है। सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरितमानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए।