BPSC Protest Prashant Kishor: बिहार में बीएससी परीक्षा को लेकर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस समय भी सड़कों पर छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उन छात्रों के साथ जन सुराज अभियान पार्टी के नेता प्रशांत किशोर भी जुड़े हुए हैं। प्रशांत किशोर इस समय आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं, उन्होंने दो टूक कहा है कि सरकार को हर कीमत पर छात्रों की मांगें माननी ही पड़ेंगी।

अब एक तरफ तो प्रशांत किशोर खुद आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं, लेकिन उनकी वैनिटी वैन सुर्खियों में आ गई है। एक ऐसी वैनिटी वैन जो किसी फाइव स्टार होटल जैसी दिखाई पड़ती है। इसमें तमाम सुविधाएं हैं। बात चाहे आरामदायक बिस्तर की हो, वाई-फाई की हो या फिर सोफा सेट और बाथरूम की, इस समय सोशल मीडिया पर इस वैनिटी वैन की कई तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं। उन तस्वीरों के आधार पर ही लोग प्रशांत किशोर की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं।

प्रशांत किशोर के पास कौन सी वैनिटी?

वैसे इस बारे में जब आज तक ने जान सुराज पार्टी के प्रवक्ता विवेक से बात की तो उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उस वैनिटी वैन को बाहर रखा गया है। इस प्रकार का मुद्दा उठाकर असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है। यह आंदोलन राज्यों के युवाओं और उनके भविष्य के लिए है, लेकिन कुछ लोग प्रशांत किशोर को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं।

छात्रों के विरोध की क्या है वजह?

इस हंगामे के बीच अगर आपको यह नहीं पता है कि बिहार में आखिर छात्र क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं तो हम आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी देते हैं कि आखिर यह प्रदर्शन क्यों हो रहा है? छात्रों की किससे क्या मांग है? मांगों को पूरा क्यों नहीं किया जा रहा? इस तरह के सवाल आम लोगों के मन में आ रहे हैं जिसके जवाब आपको यहां मिलेंगे। बता दें कि BPSC छात्र 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने की मांग कर रहे हैं। छात्रों की मांग है कि 13 दिसंबर को आयोजित हुई परीक्षा को रद्द किया जाए और पेपर दोबारा आयोजित हो।

छात्र क्यों कर रहे हैं ऐसी मांग?

बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग ने 13 दिसंबर 2024 को 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन किया था। एग्जाम वाले दिन पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हंगामा हुआ था। छात्रों ने प्रश्न पत्र फाड़ डाले थे और सेंटर की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया था। हंगामा करने वाले छात्रों ने आरोप था कि पेपर की सील पहले से खुली हुई थी। पेपर बांटने में आधे घंटे की देरी की गई और पेपर लीक किया गया। हालांकि हंगामे के बाद भी परीक्षा आयोजित हुई, लेकिन बाद में बापू परीक्षा केंद्र पर पेपर रद्द कर दिया गया और 4 जनवरी 2025 को दोबारा परीक्षा आयोजित कराने का ऐलान हुआ। अब छात्रों की मांग है कि पूरी परीक्षा को ही दोबारा आयोजित कराया जाए।