बीएमसी ने जनता के लिए एक थीम पार्क के डेवलपमेंट के लिए महालक्ष्मी रेसकोर्स की जमीन का एक हिस्सा लिया है। लेकिन बीएमसी के इस कदम से शहरवासियों और एक्टिविस्ट्स के बीच आशंका पैदा हो गई है। इनको आशंका है कि मुंबई के हार्ट में एक खुली जगह डेवलपर्स के हाथों में जा सकती है।

इस बीच बीएमसी की योजना का बचाव करते हुए रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब की मैनेजिंग कमेटी के सदस्य और डेल्टा कॉर्प लिमिटेड के चेयरमैन जयदेव मोदी ने बताया कि बीएमसी के साथ उनकी बैठक के विवरण में कहा गया है कि इस भूमि पर कोई निर्माण नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अधिक वृक्षारोपण, हरियाली, रास्ते, साइकिलिंग और पैदल चलने वाले ट्रैक से यह और अधिक हरा-भरा हो जाएगा।

महालक्ष्मी रेसकोर्स पर क्या है बीएमसी का प्रस्ताव?

क्लब के सदस्यों के साथ एक बैठक में मुंबई के नगर निगम कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने महालक्ष्मी रेसकोर्स की 120 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में लेने का प्रस्ताव रखा। साथ ही कोस्टल रोड के जमीन की ओर बनाए जा रहे 175 एकड़ के बगीचे के साथ जोड़ने का प्रस्ताव रखा, जिससे 300 एकड़ खुली जगह मिल सके। रेसकोर्स 210 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें से बीएमसी 120 एकड़ जमीन लेने की योजना बना रही है।

बीएमसी ने कहा है कि वह वहां एक ईंट भी नहीं रखेगी और इकबाल सिंह चहल ने कहा कि वह हलफनामा या अंडरटेकिंग देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि प्लॉट हरा-भरा रहेगा और उन्होंने स्पष्ट किया कि हर कोई सोचता है कि थीम पार्क रोलरकोस्टर सवारी वाला एक मनोरंजन पार्क होगा। उन्होंने बताया कि बीएमसी इसे न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क की तरह एक थीम पार्क की योजना बना रही है। इसमें बिल्डर लॉबी या ऐसा कुछ भी शामिल नहीं है और एमओयू के मिनट्स यही कहते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जब हम एमओयू पर हस्ताक्षर करें इसपर कायम रहे।

जयदेव मोदी ने क्या कहा?

जयदेव मोदी ने कहा कि यह अधिक हरा-भरा हो जायेगा। उन्होंने कहा, “वहां अधिक वृक्षारोपण, हरियाली, रास्ते, साइक्लिंग ट्रैक, पैदल ट्रैक और लॉन होंगे। अगर आज दस पॉइंट्स में यहां की ग्रीनरी को 3 अंक मिलते हैं तो यह आने वाले समय में 8 हो जाएगा। यह पूरे 175 एकड़ से जुड़ा होगा, जो निर्बाध होगा और काफी सुंदर होगा। मुझे नहीं लगता कि लोगों को समझ आया होगा।”

जयदेव मोदी ने आगे कहा, “लोगों को लगता है कि थीम पार्क का मतलब है कि यहां एस्सेल वर्ल्ड जैसी कोई चीज आने वाली है, जो बिल्कुल गलत है। यह और अधिक हरा-भरा होने वाला है। रेस-ट्रैक, ग्रैंडस्टैंड के साथ-साथ हमारी सभी विरासत संरचनाएं वैसी ही रहेंगी जैसी वे हैं। बाकी खुली जगह बीएमसी जनता को देगी।”