बागियों पर हमला जारी रखते हुए आप ने मंगलवार को संसदीय दल के अपने नेता धर्मवीर गांधी को बर्खास्त कर दिया जबकि इसके शीर्ष नेताओं में शामिल आशीष खेतान ने वकील शांतिभूषण और उनके बेटे प्रशांत पर प्रहार करते हुए उन पर जनहित याचिकाओं का ‘उद्योग’ बनाने और इससे साम्राज्य खड़ा करने के आरोप लगाए।

प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव और दो अन्य को निष्कासित करने के एक दिन बाद पार्टी ने गांधी की जगह अरविंद केजरीवाल के विश्वस्त और संगरूर से सांसद भगवंत मान को लोकसभा में चार सदस्यीय सांसदों के दल का नेता घोषित किया।

गांधी ने कहा कि असंतोष को नहीं दबाया जा सकता और यही सब कुछ है। आप गांधी से उम्मीद नहीं कर सकते कि वह चुपचाप बैठा रहे और पार्टी में जो (गलत) चल रहा है, उस बारे में बात नहीं करे।

बाद में वरिष्ठ नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन कर बागियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का बचाव किया और खेतान का समर्थन किया। खेतान के खिलाफ प्रशांत भूषण ने एक कारपोरेट समूह के हित में पेड न्यूज चलाने के आरोप लगाए।

भूषण पर हमला करते हुए खेतान ने सवाल किया कि बाप-बेटे ने किस तरह अपनी संपत्ति बनाई और उन्हें आरोपों को साबित करने की चुनौती दी। खेतान ने भूषण परिवार पर बेईमानी से भारी मात्रा में धन अर्जित करने के आरोप लगाते हुए कहा- मैं भूषण परिवार को नहीं छोड़ने जा रहा। या तो वे अपनी ईमानदारी या मेरी बेईमानी को साबित करें। उन्होंने कहा कि इस बार हमला आम आदमी पर किया गया है।

खेतान ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा- जो लोग हर जगह सरकारी जमीन लेते हैं, घरों पर कब्जा करते हैं… वे दूसरों को भ्रष्ट कैसे कह सकते हैं। भूषण परिवार ने साम्राज्य कैसे खड़ा किया… पीआइएल का उद्योग बनाकर। अगर वे सबूत दे दें कि मैंने पैसे लेकर खबर लिखी है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। अगर वे इसे साबित नहीं कर सकते तो उन्हें सार्वजनिक जीवन छोड़ देना चाहिए।

खेतान की चुनौती का जवाब देते हुए शांति भूषण ने उन्हें भंडाफोड़ करने की चुनौती दी। शांति भूषण ने कहा- उन्हें हमारा भंडाफोड़ करने दीजिए। हमारा परिवार देश के सबसे ईमानदार परिवारों में है। कोई भी हमारी ईमानदारी पर सवाल खड़े नहीं कर सकता। न तो प्रशांत भूषण और न ही मेरी ईमानदारी पर।

बागियों को निष्कासित करने के लिए आप पर प्रहार करते हुए शांति भूषण ने केजरीवाल की तुलना हिटलर से की जबकि उनके बेटे ने पार्टी को ‘खाप पंचायत’ करार दिया। प्रशांत ने कहा- यह आप नहीं है बल्कि खाप पंचायत है। खाप पंचायत में एक तानाशाह (केजरीवाल) है और पंचायत के सदस्य उसके आदेशों के मुताबिक काम करते हैं और मक्खन लगाते हैं।

उधर, योगेंद्र यादव ने कहा कि वे ‘नया मॉडल’ बनाने का प्रयास करेंगे और आंदोलन की भावना को ‘जीवित’ रखने की कोशिशों के तहत लोगों से संपर्क बनाए रखेंगे। यादव ने अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी से यह प्रचार करने के लिए माफी मांगने को कहा जिसमें उन पर चुनावों में आप को हराने और केजरीवाल को राष्ट्रीय संयोजक पद से हटाने का षड्यंत्र रचने के आरोप लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा- दो महीने से केजरीवाल समर्थक खेमे ने मेरे खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाते हुए कहा कि मैं चाहता था कि पार्टी चुनाव हार जाए और मैंने राष्ट्रीय संयोजक बनने का षड्यंत्र किया। और जब मामला अनुशासन समिति और औपचारिक जांच के लिए आया तो उन्होंने दोनों आरोप हटा दिए और 12 नई बातों के साथ दूसरी शिकायत रख दी। उन्होंने कहा कि पत्र के अंत में पुराने आरोपों का जिक्र है। इसलिए किसी को हमसे माफी मांगनी चाहिए।