किसान आंदोलन स्थगित हो चुका है, लेकिन राकेश टिकैत अभी भी किसानों को एकजुट करने और आगे की रणनीति पर काम करते दिख रहे हैं। एक साल से ऊपर तक चले किसान आंदोलन के स्थगित होने के बाद टिकैत सोमवार को पंजाब के दौरे पर थे। पंजाब के अमृतसर पहुंचे टिकैत ने कहा कि हर कसौटी पर किसान खरे उतरे हैं। अब हम 30-40 वर्षों तक काम कर सकते हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का पंजाब में सोमवार को गर्मजोशी से स्वागत किया गया है। टिकैत ने अमृतसर में कहा- आंदोलन के लिए किसानों ने एक साल तक ट्रेनिंग लिया। हर मौसम में यह शारीरिक प्रशिक्षण अब पूरा हो चुका है। प्रशिक्षण में सफल हुए हैं, अब अगले 30-40 साल काम कर सकते हैं”।
अमृतसर दौरे के दौरान राकेश टिकैत स्वर्ण मंदिर भी गए। अमृतसर से पहले राकेश टिकैत चंडीगढ़ में भी रुके थे। वहां उनके स्वागत के लिए हजारों की संख्या में लोग मटका चौक पहुंचे थे। टिकैत ने दावा किया कि एकता ने किसानों को केंद्र सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई जीतने में सक्षम बनाया है।
राकेश टिकैत ने पंजाब में कहा- “मैं देश के युवाओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने हमें अपना अमूल्य समर्थन दिया। यह आंदोलन जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा किया गया था। इस विरोध में सफाई कर्मचारियों से लेकर एनआरआई तक सभी ने योगदान दिया”।
बता दें कि तीन कृषि कानूनों सहित कई मुद्दों को लेकर एक साल से ज्यादा समय तक चला किसान आंदोलन अब स्थगित हो चुका है। कृषि कानूनों को वापस लेने और बाकी मुद्दों पर सहमति बनने के बाद 40 किसानों संगठन के ग्रुप एसकेएम ने आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान किया था। जिसके बाद किसान आंदोलन खत्म कर वापस अपने घरों की ओर लौट रहे हैं।
वहीं घर जाने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि किसान 15 दिसंबर तक दिल्ली में सभी विरोध स्थलों को छोड़ देंगे। बीकेयू के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) 40 से अधिक किसान संघों का एक निकाय है। ये ग्रुप 15 जनवरी को अपनी अगली बैठक करेगा और आगे की रणनीति बनाएगा।