भारतीय जनता पार्टी को पूर्वोत्तर में एक और बड़ी कामयाबी मिली है। लंबे समय तक राज्य की सबसे मजबूत राजनीतिक पार्टी रही सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के अध्यक्ष पवन कुमार चामलिंग को बड़ा झटका देते हुए बीजेपी ने उनकी पार्टी के 15 में से 10 विधायकों को अपने साथ जोड़ लिया है। पार्टी विधायकों ने देश की राजधानी दिल्ली में राम माधव की मौजूदगी में बीजेपी ज्वॉइन की।
चामलिंग को खोना पड़ सकता है नेता विपक्ष का पदः बता दें कि सबसे लंबे समय तक किसी भी भारतीय राज्य के मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले चामलिंग अब विधानसभा में काफी कमजोर हो गए हैं। फिलहाल वे सदन में नेता प्रतिपक्ष भी हैं, लेकिन इस बदलाव के साथ ही यह पद भी जाना लगभग तय है। मई 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को 32 सीटों वाले राज्य में 15 पर जीत मिली थी, जबकि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इससे पहले लगातार पांच चुनावों में चामलिंग की पार्टी जीती थी और वे मुख्यमंत्री बने थे।
Delhi: 10 MLAs of Sikkim Democratic Front join BJP in presence of BJP Working President JP Nadda and General Secretary Ram Madhav pic.twitter.com/7bsdcEfdDP
— ANI (@ANI) August 13, 2019
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चामलिंग को बीजेपी ने दिया था ये विकल्प? दावा किया जा रहा है कि बीजेपी नेता राम माधव के साथ बातचीत के वक्त ही यह डील फाइनल हो गई थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक चामलिंग को पार्टी का विलय करने का विकल्प दिया गया था लेकिन उन्होंने इसे नहीं चुना।
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पूर्वोत्तर में कई असम-त्रिपुरा जैसे राज्यों में सरकार बना चुकी बीजेपी अब पश्चिम बंगाल के बाद सिक्किम में भी खासी मजबूत हो गई है। ऐसे में कभी पूर्वोत्तर में भी बीजेपी का अस्तित्व लगातार मजबूत होता जा रहा है। हाल ही में बीजेपी में कर्नाटक में भी जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन सरकार को झटका देकर अपनी सरकार बनाई थी।