पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की रविवार (29 मई 2022) को गोली मारकर हत्या कर दी गई। मूसेवाला और उनके साथियों पर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की थी। जिसके बाद उन्हें मानसा के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद भाजपा नेत्री और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने पंजाब सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब से पंजाब में AAP की सरकार आई तब से 90वीं हत्या है।
मीडिया से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी की नेता ने कहा, “यह पहली हत्या नहीं है, यह 90वीं हत्या है जबसे पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आई है। 30 राउंड के साथ सिद्धू मूसेवाला की हत्या उस कुशासन का प्रतीक है जो राज्य में चल रहा है।” दरअसल, सिद्दू मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब सरकार के उस फैसले पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं जिसमें वीआईपी कल्चर पर हमला बता कर विरोधी नेताओं की सिक्योरिटी वापस ली गयी।
वहीं, दूसरी ओर मीनाक्षी लेखी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन पर सवाल खड़े कर दिए। गुरविंदर सिंह (@Gurwinderr1983) नाम के शख्स ने कहा, “90 का फिगर कहां से लायी आंटी?” वहीं, कृष्ण रंजन (@KrishnRanjan2) नाम के शख्स ने कहा, “ये गिनती बीजेपी शासित राज्यों में क्यों नहीं याद रहती इन्हें?”
पिता ने की CBI जांच की मांग: सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर जहां बीजेपी और कांग्रेस, आप सरकार पर निशाना साध रही हैं। वहीं, सिद्धू मूसेवाला के पिता ने मामले की सीबीआई और एनआईए से जांच की मांग की है। सिंगर के पिता के पत्र के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी, “पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा कम करने के फैसले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने डीजीपी के कल के बयान पर भी सफाई मांगी है। राज्य सरकार जांच में पूरा सहयोग करेगी। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही पंजाब सरकार पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध करेगी कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से कराएं।”
गायक की हत्या के बाद पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने बताया था, “इस हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग शामिल है। गिरोह के सदस्य लकी ने कनाडा से जिम्मेदारी ली है।” डीजीपी ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला के पास पंजाब पुलिस दो कमांडो थे जिन्हें वह अपने साथ नहीं ले गए थे।