भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस के पश्चिम बंगाल में नवनिर्वाचित विधायकों से स्टांप पेपर पर एक घोषणा पत्र पर कथित तौर पर हस्ताक्षर कराने के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी पर निशाना साधा। पार्टी ने कहा कि बंधुआ मजदूरी की इस तरह की प्रथा सिर्फ उसी पार्टी में हो सकती है। कांग्रेस द्वारा कथित तौर पर घोषणा पत्र पर विधायकों से कराए गए हस्ताक्षर में कहा गया है कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनिल जैन ने संवाददाताओं से कहा कि जो भी (परिवार के) वफादार हैं-इस तरह की बंधुआ मजदूरी की प्रथा सिर्फ वहीं (कांग्रेस में) हो सकती है। सिर्फ कांग्रेस में कोई व्यक्ति से और परिवार से बंधा हो सकता है। खबरों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में सभी नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने स्टांप पेपर पर एक लिखित घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किया है कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे।
पश्चिम बंगाल में विस चुनाव में कांग्रेस-वाम गठबंधन की पराजय के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने अपनी पार्टी के विधायकों को सुझाव दिया कि वे शपथपत्र पर हस्ताक्षर करें जिसमें पार्टी के प्रति बिना शर्त आस्था रखने की बात कहें। शपथ पत्र 100 रुपए के स्टांप पेपर पर बनाया गया है। उसमें यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश की गई है कि पार्टी का कोई भी विधायक पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं होगा।
पार्टी कार्यालय में मंगलवार को कांग्रेस के 44 नए विधायकों के साथ बैठक में चौधरी ने एक प्रस्ताव दिया था जिस पर सबने सहमति जताई। पार्टी के वरिष्ठ नेता मानस भुइयां ने तभी कहा था कि बैठक में यह फैसला किया गया कि सभी विधायकों को एक ज्ञापन (स्टांप पेपर पर लिखित) पर हस्ताक्षर करना होगा। इसमें कहना होगा कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे। अगर वे चाहते हैं तो उन्हें विधायक के पद से इस्तीफा देना होगा और वे पार्टी के खिलाफ नहीं बोलेंगे।