कोलकाता में भाजपा और आरएसएस के बीच तालमेल बेहतर करने को लेकर शुक्रवार को एक बैठक हुई। सूत्र बताते हैं कि इसमें मालदा में हुई हिंसा और इसके बाद के हालात पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में हाल ही में पार्टी द्वारा आयोजित की जाने वाली चार रैलियों की तैयारियों को लेकर रणनीति बनी। बैठक में पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और बंगाल के लिए को-ऑब्जर्वर बनाए गए सिद्धार्थ नाथ सिंह शामिल हुए।
भाजपा इस महीने पश्चिम बंगाल में चार रैलियां आयोजित कर रही है। पहली रैली 18 जनवरी को दिनाजपुर में होगी। इसे नितिन गडकरी संबोधित करेंगे। 21 जनवरी को बारासात में गृह मंत्री राजनाथ सिंह एक सभा को संबोधित करेंगे। इसके अगले दिन बर्दवान में स्मृति इरानी और 25 जनवरी को हावड़ा में अमित शाह रैली को संबोधित करने वाले हैं। नितिन गडकरी मालदा में ही रैली करने वाले थे, लेकिन प्रशासन से इजाजत नहीं मिलने के बाद दिनाजपुर में करेंगे।
मालदा में तीन जनवरी को हुई हिंसा के बाद से स्थिति तनावपूर्ण है। उस दिन अखिल भारत हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी के एक बयान के विरोध में मुसलमानों ने प्रदर्शन किया था। यह प्रदर्शन हिंसक हो गया था। भीड़ ने कालियाचक थाने में आग लगा दी थी और कई वाहन भी फूंक दिए थे। इस मामले में अभी 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। चार अहम संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी होनी बाकी है।