राजस्थान की भाजपा सरकार के मंत्री अपने दो साल के कामकाज का हिसाब पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को देंगे। शाह यहां छह जनवरी को प्रदेश के मंत्रियों की कार्यशाला में हिस्सा लेंगे। इसमें ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके मंत्री अब तक के कामकाज से जुड़ी जानकारियां केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगे। इस कार्यशाला को लेकर प्रदेश के मंत्री खासे सजग हो गए हैं और अपने विभागों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं।
राज्य में दो साल से शासन कर रही भाजपा सरकार के कामकाज की समीक्षा अब राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह की देखरेख में होगी। शाह के विश्लेषण के बाद ही वसुंधरा सरकार के मंत्रियों के कामकाज का आकलन होगा। भाजपा सरकार के 13 दिसंबर को दो साल पूरे होने के मौके पर अमित शाह यहां आए थे। उसके बाद ही मंत्रियों की कार्यशाला करने का फैसला किया गया था। भाजपा सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के मंत्रियों की खराब कार्यशैली को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक कई शिकायतें पहुंच रही थीं। भाजपा विधायकों ने भी मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर पार्टी प्रभारी अविनाश राय खन्ना और सहप्रभारी वी सतीश को शिकायतें की थीं। आरएसएस के पदाधिकारियों ने भी मंत्रियों के कार्यकर्ताओं के प्रति रवैये पर नाखुशी जताई थी। मंत्रियों की खराब कार्यशैली से भाजपा की आम जनता में छवि बिगड़ रही थी। इसके साथ ही पिछले दो साल में कई मौके पर भाजपा सरकार को प्रतिपक्षी दलों के अलावा कई संगठनों ने कठघरे में खड़ा कर दिया था। इस दौरान प्रदेश के किसी भी मंत्री ने सही तरीके से सरकार का पक्ष नहीं रखा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी का कहना है कि मंत्रियों की कार्यशाला पहले से ही तय थी। इसे दिसंबर में ही करने का फैसला किया गया, पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त रहने के कारण टाल दिया गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से छह जनवरी का दिन अब कार्यशाला के लिए तय हो गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह यहां छह जनवरी को कार्यशाला की शुरुआत कर उसमें पूरे दिन रहेंगे और मंत्रियों से सीधा संवाद करेंगे। इसमें पार्टी प्रभारी अविनाश राय खन्ना के अलावा कई नेता मौजूद रहेंगे। मंत्रियों के दो साल के कामकाज की समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही आने वाले वर्षों में जनहित के लिए किए जाने वाले कार्यक्रम और योजनाओं पर भी विचार किया जाएगा। कार्यशाला में मौजूद रहने के लिए सभी मंत्रियों को पाबंद कर दिया गया है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि कार्यशाला एक तरह से मंत्रियों के प्रशिक्षण के तौर पर भी होगी। इसमें जनता को बेहतर से बेहतर प्रशासन और सुविधाएं मुहैया कराने पर ज्यादा फोकस होगा। इसके साथ ही सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल बनाए रखने पर भी अमित शाह अपने विचार रखेंगे। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी अपनी सरकार की तरफ से आम जनता के हित में उठाए गए कदमों की जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को देंगी। प्रदेश के मंत्रियों ने अपने विभागों के अफसरों के साथ मंथन करना शुरू कर दिया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का यह दौरा पार्टी संगठन और सरकार के लिए खासा अहम माना जा रहा है। इस दौरे में राजनीतिक नियुक्तियों के साथ ही मंत्रिमंडल में फेरबदल पर भी अमित शाह और राजे के बीच मंत्रणा होने के आसार हैं। अमित शाह की मंशा है कि सरकार के कामकाज से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी जोड़ा जाए। इसके लिए वरिष्ठ नेताओं को सरकार के निगम और बोर्डों के साथ ही आयोगों में तैनाती देने पर भी अंतिम फैसला होने की संभावना है।