विभिन्न राज्यों खासतौर पर उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा किसानों के मुद्दे जोर शोर से उठाएगी। भाजपा प्रधानमंत्री नई फसल बीमा योजना, मुद्रा योजना, सिंचाई योजनाओं तथा कृषि एवं स्वरोजगार पहल के जरिये उत्तर प्रदेश चुनाव की तैयारी में जुट रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि इसी क्रम में 28 फरवरी को बरेली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसान स्वाभिमान रैली का कार्यक्रम रखा गया है।
कृषि और स्वरोजगार के दो मुद्दों के जरिये भाजपा बड़े मतदाता वर्ग को अपने साथ जोड़ने की पहल कर रही है। कुछ ही दिन पहले प्रधानमंत्री ने भोपाल में किसान रैली को संबोधित किया था और वहां भी फसल बीमा योजना की तरफ लोगों का ध्यान आकृष्ट किया था। भाजपा किसान मोर्चा के संयोजक विजय पाल सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री के सुझाव पर सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसानों के हितों एवं कल्याण से जुड़े कार्यक्रमों की जानकारी पहुंचाने की पहल की गई है।
इस दिशा में ‘किसान जागरण’ का आयोजन हो रहा है। किसानों को प्रधानमंत्री नई फसल बीमा योजना, मुद्रा योजना, सिंचाई योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह को किसानों से जुड़ी योजनाओं खासतौर पर फसल बीमा, कृषि सिंचाई, किसान सुरक्षा आदि के बारे में प्रश्न उत्तर के रूप में जानकारी किसानों तक पहुंचाने का सुझाव दिया है। इस बारे में भाजपा सांसदों को भी सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
तोमर ने बताया कि आज तक जितनी भी योजनाएं बनीं, उनमें प्रधानमंत्री नई फसल बीमा योजना सबसे विशिष्ठ है और अगर एक भी खेत किसी आपदा या संकट का शिकार है तो किसानों को राहत प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। पहले फसल बीमा के नाम पर बीमा कंपनियों की जेब भरी जाती थी लेकिन अब बुवाई से पहले और बुवाई के बाद जल भराव, विषम परिस्थितियों तथा कटाई के बाद 14 दिन तक खेत में फसल पड़े रहने पर नुकसान होने की स्थिति में बीमा कंपनियां राहत प्रदान करेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर किसानों को सरकारी योजनाओं से जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी सवाल जवाब के रूप में देने की पहल की गई है। मिसाल के तौर पर नई फसल बीमा योजना का लाभ कैसे लिया जा सकता है, इसके तहत कौन कौन से जोखिम कवर किए गए हैं। इसमें यह बताया गया है कि अब इकाई खेत होगी न कि पहले की तरह ब्लाक। ऐसे में ही स्थिति में मुआवजा मिलेगा। इसमें यह भी बताया गया कि किसान बीमा कैसे ले सकता है और किसानों की बीमित राशि क्या होगी। पार्टी के सांसदों और मंत्रियों को भी इसकी जानकारी नीचे के स्तर और अंतत: जनता तक पहुंचाने को कहा गया है।