राजस्थान से बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा को अजमेर पुलिस ने शहर में घुसने नहीं दिया। किरोड़ी लाल मीणा अजमेर के पुष्कर में जगद्गुरु शंकराचार्य के शिविर में भाग लेने के लिए जाना चाहते थे, पर पुलिस ने उन्हें सीमा पर ही रोक लिया। पुलिस को देखते ही वह अपनी कार से उतरकर दौड़ने लगे। पुलिस भी उनके पीछे-पीछे दौड़ी। कुछ दूर पर उन्हें रोका गया और समझा-बुझा कर कार में बैठाया गया।
उदयपुर में पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा को अपने कब्जे में लेने के बाद अजमेर की सीमा पर छोड़ दिया था। लेकिन उन्हें अजमेर पुलिस ने भी शहर में नहीं घुसने दिया और भारी पुलिस बल ने उन्हें घेर लिया। ऐसे में सीमा पर रोकने से नाराज होकर वह ब्यावर रोड पर कृषि उपज मंडी के बाहर ही कार में बैठे रहे। भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। कैमरे को देखते ही मीणा ने कहा कि क्या कभी दौड़ देखी है और इतना कहकर वह गाड़ी छोड़कर भागने लगे। पुलिस अधिकारी भी कुछ दूर तक उनके पीछे भागे ओर उन्हें रोका। किरोड़ी लाल मीणा जिद पर अड़े रहे और पुलिस के अधिकारी उन्हें जयपुर जाने के लिए मनाते रहे।
इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद ने कहा, “मैं एक कार्यकर्ता के पिताजी की मौत के बाद गमी में शामिल होने आया था, पर मुझे जाने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चिंतन शिविर से पहले बस एक प्रेस वार्ता कर कुछ मुद्दे उठाना चाहता था, पर पुलिस ने मुझे होटल में नजरबंद कर दिया गया।” उन्होंने ट्वीट कर कहा, “जयपुर प्रेस वार्ता के बाद पुलिस के अधिकारी मुझे पुलिस कमिश्नरेट लेकर आए। मैं आदिवासी सम्मेलन उदयपुर संभाग में जाना चाहता हूं लेकिन पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि उन पर दबाव है और वे मुझे जयपुर से बाहर नहीं जाने देंगे ना ही किसी प्रकार का कोई लिखित आदेश देंगे।”
उदयपुर के होटल में नजरबंद थे: कांग्रेस के चिंतन शिविर से पहले गुरुवार को बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया था कि उन्हें उदयपुर के एक होटल में नजरबंद कर दिया गया है। बीजेपी सांसद ने ये आरोप भी लगाया कि उन्हें जबरन जिले से निकाल दिया गया। उदयपुर से रवाना होते समय किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पुलिस उन्हें आतंकित कर रही है।
सांसद ने कहा कि उन्हें पुष्कर भी नहीं जाने दिया जा रहा है। किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि अगर उन्हें पुष्कर जाने से रोका गया तो वह अजमेर में धरना देंगे। उन्होंने कहा कि मैं एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उदयपुर आया था।