Mulayam Singh Yadav: उत्तर प्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायक डॉक्टर शिशुपाल सिंह यादव भावुक हो गए। नेता जी को श्रद्धांजलि सभा में अपने शब्द भी पूरे नहीं कर पाए और उनका गला रूंध गया और आंखों से आंसू बहने लगे। इस दौरान उनके साथ बैठे सहयोगी उन्हें संभालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन विधायक जी की आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। बीजेपी विधायक शिशुपाल सिंह यादव ने कहा आज मैं जो कुछ भी हूं उसमें नेता जी का बड़ा आशीर्वाद है… ये कहते-कहते वो चुप हो गए।

इस दौरान मुलायम सिंह यादव की श्रद्धांजलि सभा में मुलायम सिंह यादव अमर रहें के जमकर नारे लगे। बीजेपी विधायक ने इस दौरान बताया कि उनका मुलायम सिंह यादव के साथ साल 1996-97 लेकर अभी हाल के महीनों तक गहरा रिश्ता रहा। इस दौरान बीजेपी विधायक ने नेता जी की राजनीतिक उपलब्धियों के बारे में भी बताया। उन्होने बताया कि नेता जी ने उनकी पीएचडी पर खर्च हुए साढ़े पांच लाख रुपए खुद दिए थे। साथ उन्होंने ये भी बताया कि मुलायम सिंह यादव के कहने पर उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी।

सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे शिशुपाल यादव

आपको बता दें कि डॉक्टर शिशुपाल सिंह यादव पहले भी पृथ्वीपुर विधानसभा पर सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे। मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले की मंडी प्रांगण में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए एक सभा का आयोजन किया गया था। इस सभा में पृथ्वीपुर से विधायक डॉक्टर शिशुपाल सिंह यादव भी पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि देश के आजादा होने के बाद से मुलायम सिंह यादव ही ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने गरीबों और किसानों के लिए अंत समय तक काम किया।

जानिए कौन है डॉक्टर शिशुपाल सिंह यादव

एग्रीकल्चर में पीएचडी की उपाधि लेने के बाद डॉक्टर शिशुपाल सिंह यादव ने ठेकेदारी में हाथ आजमाया और सफल भी रहे। मध्य प्रदेश के ललित पुर जिले के रहने वाले शिशुपाल यादव लंबे समय से निवाड़ी में ही अपना बसेरा बनाए हुए हैं। उन्होंने साल 2018 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बृजेन्द्र सिंह राठौर को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन वो ये चुनाव 7620 वोटों से हार गए। इसके बाद उन्होने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। जिसके बाद विधायक बृजेन्द्र सिंह राठौर के निधन के बाद वो बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव में उतरे और उन्होंने 15 हजार वोटों से इस उपचुनाव में जीत दर्ज की।