Ujjain Mahakal: उज्जैन के महाकाल मंदिर में शुक्रवार को नागपंचमी पर लाखों लोगों की भीड़ दर्शन करने के लिए पहुंची है। मंदिर परिसर की सिक्योरिटी में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। देवास से भारतीय जनता पार्टी के विधायक गायत्री राजे के बेटे विक्रम सिंह गाड़ियों के काफिले के साथ महाकाल लोक में घुस गए। कलेक्टर और एसपी ने जब इसको देखा तो दौड़ लगाकर गाड़ियों को रोका। इतना ही नहीं कलेक्टर और एसपी ने कार ड्राइवर को जमकर फटकारा और गाड़ियों को जब्त करने के आदेश दे दिए। 4 गाड़ियों को जब्त करके थाने में पहुंचा दिया गया।
नागपंचमी के अवसर पर लाखों भक्त महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे थे। कुछ रास्तों को वनवे और कुछ पर गाड़ियों की एंट्री को पूरी तरह से बैन कर दिया गया था। इस जगह से वीआईपी लोगों को पैदल या ई-कार्ट के जरिये मंदिर तक पहुंचाया जाता है। इसके बाद भी विधायक के बेटे का काफिला सीधे कंट्रोल रूम होते हुए महाकाल लोक और फिर मानसरोवर तक पहुंच गया। इस दौरान वहां पर मौजूद सिक्योरिटी अफसरों में हड़कंप मच गया। उन सभी ने फौरन सभी गाड़ियों को रोकने की पूरी कोशिश की।
कलेक्टर और एसपी ने लगाई दौड़
घटना के वक्त उज्जैन के कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा कंट्रोल रूम में सभी व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे थे। जब उन्होंने देखा कि गाड़ियों का काफिला महाकाल लोक परिसर में एंट्री कर रहा है तो उन्होंने जल्द ही कार्रवाई की। इतना ही नहीं गाड़ियों को रोकने के लिए उन दोनों ने काफी दौड़ भी लगाई। जब वह कार ड्राइवर के पास पहुंचे तो उन्होंने पहले तो उसे बहुत हड़काया। इसके बाद ड्राइवर से काफी देर तक बहसबाजी भी हुई।
कलेक्टर ने गाड़ियों को जब्त करने के आदेश दिए
कलेक्टर ने गाड़ियों को तुरंत जब्त करने के आदेश दे दिए थे। हालांकि, इस दौरान विक्रम सिंह पंवार पहले ही महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंच चुके थे। उज्जैन के कलेक्टर नीरज सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गाड़ियों के काफिले ने पहले तो अवैध तरीके से एंट्री ली और महाकाल परिसर में किसी भी वीआईपी या अन्य तरह के वाहन की कोई भी एंट्री नहीं है। इसके बाद सभी पर एक्शन लिया गया और सभी को जब्त करके थाने में भेज दिया था।