कर्नाटक में जेडीएस के कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में मंत्री पद को लेकर कांग्रेसी विधायकों का असंतोष बरकरार है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में शामिल हुए मंत्रियों के विभाग की घोषणा जल्द हो सकती है, जिसके लिए बुधवार को दिनभर माथापच्ची चलती रही। हालांकि, अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ दिया गया है। उधर, बीजेपी के एक विधायक ने दावा किया है कि जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के 15 विधायक नाराज हैं, जो बीजेपी के संपर्क में हैं। उन्होंने अनुमान जताया कि अगले हफ्ते तक कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बन सकती है।
बुधवार को हुई कई दौर की बैठक : कांग्रेस के नेताओं को मनाने और मंत्रालय संबंधित रजामंदी के लिए कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ कई दौर की बैठक की। बताया जा रहा है कि नए मंत्री मनपसंद विभागों के लिए पैरवी कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कई वरिष्ठ मंत्री अपने पास मौजूद अहम मंत्रालय छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, जो चिंता का विषय है।
राहुल गांधी को भेजी गई सूची : कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दिनेश गुंडु राव और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर के साथ वेणुगोपाल ने बुधवार को बैठक की। इसके बाद वेणुगोपाल ने बताया कि कांग्रेस के नेताओं से बातचीत करने के बाद विभाग बंटवारे की सूची कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दी गई है। उन्होंने कुछ मंत्रियों द्वारा मंत्रालय नहीं छोड़ने की बातों को अफवाह बताया। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘इस तरह की सभी खबरें निराधार हैं। विभागों से संबंधित अंतिम फैसला अब राहुल गांधी को लेना है। मुझे लगता है कि जल्द ही पूरी स्थिति साफ हो जाएगी।’’ मंत्रालय से हटाने पर विधायक रमेश जरकिहोली के इस्तीफा देने की चेतावनी और मंत्रिमंडल में शामिल न करने पर कांग्रेस के विधायक रामलिंग रेड्डी की नाराजगी पर राव ने कहा कि कोई भी नाराज नहीं है। सभी कांग्रेस नेता एकजुट हैं।
नाराज विधायक हमारे संपर्क में : बीजेपी के वरिष्ठ विधायक उमेश कट्टी ने बुधवार को दावा किया, ‘‘वे कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन से नाखुश चल रहे 15 विधायकों के संपर्क में हैं। यदि वे पार्टी में आना चाहें तो उनका स्वागत करेंगे। भाजपा अगले सप्ताह तक नई सरकार बनाएगी।’’ इस दावे पर कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख दिनेश गुंडु राव ने कहा कि लोगों को भ्रमित करने के लिए काल्पनिक बयान नहीं देने चाहिए। हालांकि, बीजेपी के प्रदेश प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी कांग्रेस के किसी भी विधायक के संपर्क में नहीं है।
यह है कर्नाटक का गणित : बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 224 में से 104 सीटें जीती थीं। वहीं, कांग्रेस को 78, जनता दल सेक्युलर को 38 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली थी। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई थी। इसके बाद कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाए। ऐसे में जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। इसके तहत जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने।