UP Politics: भारतीय जनता पार्टी ने यूपी की राजनीति में बड़ा फैसला लिया है। बीजेपी ने एक बार फिर से दारा सिंह चौहान पर दांव खेला है। इस बार बीजेपी ने उनको विधान परिषद उपचुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इससे पहले दारा सिंह को घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी की ओर से जारी किए गए पत्र के अनुसार दारा सिंह चौहान उम्मीदवार हैं। इस चिट्ठी में लिखा गया है कि – बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान परिषद के उपचुनाव हेतु एक नाम पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है।

यूपी विधान परिषद की सीट पर 18 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख है। दारा सिंह चौहान को टिकट मिलने के साथ ही अब इस बात के पूरे आसार हैं कि उन्हें योगी मंत्रीमंडल के प्रस्तावित विस्तार में बतौर मंत्री जगह मिल सकती है।

दारा सिंह चौहान कौन हैं?

पूर्वांचल के बड़े नेता और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान अपने समाज के वरिष्ठ नेता हैं और उनकी पकड़ मऊ के साथ आसपास के 20 जिलों में है। दारा सिंह चौहान ने अपना राजनैतिक सफर साल 1996 में शुरू किया। बहुजन समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया। साल 2000 में बसपा ने फिर से उनको राज्यसभा भेजा।

2009 में उन्होंने बसपा के टिकट पर घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। साल 2015 में दारा सिंह चौहान बीजेपी में शामिल हुए। 2017 वह यूपी विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़े और जीत दर्ज की। उन्हें योगी सरकार में मंत्री बनाया गया।

2022 में चुनाव से ठीक पहले वह बीजेपी का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। उन्होंने सपा के टिकट पर 2022 का चुनाव घोसी विधानसभा से लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए, और फिर से विधानसभा उपचुनाव लड़ा, लेकिन यहां उनको हार का सामना करना पड़ा। वहीं एक बार फिर से बीजेपी ने यूपी एमएलसी उपचुनाव में दारा सिंह चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है। कहा जा रहा है कि योगी सरकरा के मंत्रिमंडल विस्तार में दारा सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है।

(सुशील राघव/जनसत्ता ब्यूरो इनपुट के साथ)