भाजपा उत्तर प्रदेश में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ (एक राष्ट्र-एक चुनाव) का अभियान चलाने वाली है। पार्टी छात्रों के जरिए इस योजना का विस्तार करेगी। इसके तहत पार्टी कॉलेज और विश्वविद्यालयों के कैंपस में वन नेशन-वन इलेक्शन का प्रचार प्रसार करेगी। इसके लिए प्रदेश में छात्र नेता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। 10 सितंबर से 30 सितंबर के बीच उत्तर प्रदेश के सभी महानगरों में यूथ सम्मेलन भी आयोजित किए जाएंगे।

एक राष्ट्र-एक चुनाव आवश्यक- धर्मपाल सिंह

भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने इस आयोजन पर चर्चा की। धर्मपाल सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है लोकतंत्र को अनावश्यक खर्च, बार-बार होने वाले चुनाव और राजनीतिक अस्थिरता की जकड़न से मुक्त किया जाए। धर्मपाल सिंह ने कहा कि नेशन फर्स्ट के संकल्प के साथ एक राष्ट्र-एक चुनाव आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस मुहिम से जोड़कर एक राष्ट्र-एक चुनाव के लिए लोकमत तैयार करना है।

धर्मपाल सिंह के अनुसार गांव, गली, शहरों, खेत, खलिहानों, दुकानों में चर्चा की जायेगी और बड़ी संख्या में युवाओं को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर क्षेत्र के युवाओं को जोड़ना है और एक राष्ट्र-एक चुनाव के विषय को लोकव्यापी बनाना है।

RSS की बैठक में लगेगी BJP के नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर?

कब होगा कार्यक्रम?

धर्मपाल सिंह ने बैठक में छात्रों-युवाओं के लिए कुछ कार्यक्रम भी तय किए। इसी क्रम में दो सितंबर को काशी और गोरखपुर क्षेत्र का छात्र नेता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जबकि चार और पांच सितंबर को पश्चिम और ब्रज क्षेत्र के सम्मेलन होंगे। वहीं कानपुर और अवध क्षेत्र का सम्मेलन 6-7 सितंबर को होगा। उत्तर प्रदेश में 10 से 30 सितंबर के दौरान यूथ सम्मेलन का भी आयोजन भी किया जाएगा। यूथ फॉर वन-नेशन, वन-इलेक्शन के द्वारा यूथ सम्मेलन के कार्यक्रम प्रदेश के सभी बड़े महानगरों में आयोजित किए जाएंगे।

1.5 लाख करोड़ की होगी बचत

बता दें कि वन नेशन वन इलेक्शन पर मोदी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में एक समिति बनाई है। इस समिति का अनुमान है कि अगर यह लागू हो गया तो इससे देश में 1.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। वहीं अर्थव्यवस्था में भी करीब साढ़े 5 लाख करोड़ तक की वृद्धि होगी। पीएम मोदी कई सालों से कह रहे हैं कि देश में एक राष्ट्र एक चुनाव की व्यवस्था होनी चाहिए।