केरल पुलिस ने भाजपा के एक पार्षद के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले बुजुर्ग व्यक्ति का अंतिम संस्कार ये कहकर रोकने की कोशिश की कि इससे संक्रमण हवा में फैल जाएगा। भाजपा पार्षद टीएन हरिकुमार के अलावा 30 अन्य स्थानीय लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। हालांकि बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार रात में अंतिम संस्कार हुआ। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मुट्टमबलम के सार्वजनिक शवदाह गृह में 83 वर्षीय व्यक्ति के अंतिम संस्कार के विरोध के मामले में भाजपा के एक नगर पार्षद और 30 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
रविवार शाम में स्थानीय लोगों के विरोध के बीच कोट्टायम के विधायक तिरुवरनचुर राधाकृष्णन समेत कई प्रतिनिधि ने इसमें हस्तक्षेप किया, लेकिन बुजुर्ग व्यक्ति का अंतिम संस्कार रूका रहा। विरोध प्रदर्शन के एक वीडियो क्लिप में एक स्वास्थ्य अधिकारी पर हरिकुमार को चिल्लाते हुए भी दिखा गया। उन्होंने कहा कि ‘आप इसे अपने घर ले जाएं।’ अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि रात 11 बजकर 15 मिनट पर व्यक्ति का संस्कार कोविड-19 दिशा निर्देश के अनुसार हुआ। कोविड-19 से मरने वाले व्यक्ति के सम्मानपूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार में बाधा डालते हुए लोगों का कहना था कि उन्हें संक्रमण के फैलने का डर है।
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इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने कोट्टायम नगर निगम की ओर से संचालित होने वाले शवदाह गृह का रास्ता रोक दिया था। उनका आरोप था कि चर्च ने संबंधित व्यक्ति को अपने कब्रिस्तान में दफनाने के लिए जगह देने से इनकार कर दिया जिसके बाद शव को संयुक्त शवदाह गृह में लाया गया। यह घटना ऐसे दिन हुई जब उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोविड-19 से मरने वाले मरीजों के सम्मानित तरीके से अंतिम संस्कार में बाधा डालने को लेकर दुख व्यक्ति किया था।
उल्लेखनीय है कि 83 वर्षीय औसेफ जॉर्ज दलित ईसाई थे जिन्होंने करीब 35 सालों तक कोट्टायम नगरपालिका में काम किया। मामले में एक अंग्रेजी अखबार ने भाजपा नेता का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।