लोकसभा चुनाव के पास आते ही राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाने और सवाल करने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पूजा का मतलब सिर्फ टीका लगाना नहीं होता है। अमित बाबू और मोदी बाबू आइए मेरे साथ मंत्रों का कंप्टीशन कीजिए देखते हैं कौन संस्कृत के ज्यादा मंत्र जानता है? ममता ने कहा कि बीजेपी आजतक राम मंदिर नहीं बना पाई और यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा बनता आया है।
ममता बनर्जी के इस बयान के बाद बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है। बीजेपी नेता ने ट्विटर पर ट्वीट के जरिए निशाना साघते हुए लिखा कि “ममता जी, मंत्र तो रावण को भी बहुत याद थे लेकिन उसका आचरण धर्मानुकूल नहीं था, रावण भी अहंकारी था और आपका व्यवहार भी अहंकार से भरा है। अन्यायी सत्ता का अंत एक दिन अवश्य होता है, पश्चिम बंगाल में भी सु-राज जल्दी स्थापित होगा” उनके इस ट्ववीट को उनके समर्थकों ने काफी रिट्वीट किया है।
वहीं, इससे पहले बंगाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारी सरकार में दुर्गा पूजा और छठ दोनों की छुट्टी होती है। उन्होंने कहा कि सभी को सांप्रदायिक सद्भाव से रहना चाहिए और कोई भी अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की सीटों की कुल संख्या 42 है। सात चरण में यहां चुनाव संपन्न होगा। बीजेपी प्रमुखअमित शाह ने इस बार पार्टी के सामने 23 सीटों का लक्ष्य रखा है। इससे पहले पिछले चुनावों में भाजपा पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर सामने आई थी। हाल ही में टीएमसी के एक सांसद ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया। आपको याद होगा कि बंगाल में शारदा चिट फंड घोटाले के मामले को लेकर हाल ही में बंगाल सरकार और सीबीआई आमने सामने थी जिसे लेकर भी खूब हो हल्ला हुआ था।

