पिछले साल विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार के बाद से मिथुन चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल की राजनीति से दूर नजर आ रहे थे। अब राज्य में पंचायत चुनाव नजदीक हैं, इस बीच चक्रवर्ती भी फिर से पिक्चर में आ गए हैं। मिथुन चक्रवर्ती को बीजेपी ने अपनी कोर कमेटी में शामिल किया है।

भाजपा के पास पश्चिम बंगाल में लोकप्रिय चेहरों की कमी है और कई ने विधानसभा चुनाव हारने के बाद से टीएमसी में वापसी कर ली है। ऐसे में लग रहा है कि अगले साल होने वाले पंचायत चुनावों के लिए बीजेपी ने मिथुन चक्रवर्ती से आस लगाई हुई है।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “यह एक ग्रामीण चुनाव होगा। चक्रवर्ती को गांवों में रहने वाले लोगों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल है। उनके वन-लाइनर्स पर उनके फैंस अपनी प्रतिक्रिया देते हैं।”

बंगाली सिनेमा और बॉलीवुड में अपने काम से करोड़ों फैंस के दिल जीतने वाले पुराने फिल्म स्टार चक्रवर्ती ने पहले वाम मोर्चे के साथ काम किया। अप्रैल 2014 में, वाम मोर्चे के सत्ता से बाहर होने के बाद, उन्होंने राज्यसभा सदस्यता के लिए टीएमसी का नामांकन लिया। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 2016 में इस्तीफा दे दिया। हालांकि, टीएमसी के सूत्रों ने उनके और पार्टी नेतृत्व के बीच मतभेदों की बात कही थी।

इसके बाद वह मार्च 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में पार्टी की एक सार्वजनिक बैठक के दौरान भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि, जब चक्रवर्ती विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने निकले तो वह पार्टी के लिए पर्याप्त समर्थन जुटाने में विफल रहे।

वहीं, चक्रवर्ती को लेकर टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “ऐसे समय में जब भाजपा अंदरूनी कलह से जूझ रही है, मिथुन चक्रवर्ती यहां पार्टी को कुछ सांत्वना देने आए हैं। उन्हें अब लोगों का समर्थन नहीं मिल रहा है जो पिछले साल के विधानसभा चुनावों में साफ हो चुका है। लोग यह भी जानते हैं कि उन्होंने हमारी पार्टी को धोखा दिया है।”