बिहार में जनता दल यूनाइटेड ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। बीजेपी के कई नेताओं ने जेडीयू का दामन थामा है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की मौजूदगी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जेडीयू का दामन थामा है। लखीसराय के बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष कन्हैया कुमार , पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष गोपाल कुमार समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जेडीयू का दामन थामा है।

जदयू पार्टी नही परिवार है: बीजेपी नेताओं के जेडीयू ज्वाइन करने पर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि जदयू एक पार्टी नहीं बल्कि एक परिवार है। यहां पर सिर्फ बड़े कार्यकर्ताओं का ही नहीं बल्कि छोटे कार्यकर्ताओं का भी सम्मान किया जाता है। ललन सिंह ने जेडीयू में शामिल हुए नेताओं को माला पहनाकर और अंगवस्त्र पहना कर स्वागत किया। जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष लखीसराय में जदयू मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने आगे कहा कि, “इस क्षेत्र में मुझे इतना प्यार और सम्मान मिला है उसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगा, ना ही इसका कर्ज कभी चुका पाऊंगा। नीतीश कुमार कर्मपुरुष हैं, जो सोचते हैं वह करते हैं। उन्हीं के कारण बिहार पूरे भारत का मॉडल बना हुआ है। जो काम पहले बिहार में होता है भारत सरकार और अन्य राज्य उसे बाद में अपनाते हैं। नीतीश कुमार लकीर मिटाने में नहीं बल्कि उस लकीर को नीचे खींच कर बढ़ाने में विश्वास करते हैं।”

अधिकारी सुनते नही: हाल ही में बजट सत्र के पहले एनडीए के विधायकों की बैठक के दौरान नीतीश कुमार के सामने ही जदयू के सहयोगी और वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश साहनी ने कहा था कि अफसर उनकी सुनते ही नहीं है, ऐसे में मंत्री बन कर भी क्या फायदा है। बाद में जीतन राम मांझी ने भी मुकेश साहनी की बात का समर्थन किया। बता दें कि इसके पहले अन्य जनप्रतिनिधि भी सरकार पर यह आरोप लगा चुके हैं।

द प्रिंट की एक ख़बर के अनुसार मुकेश सहनी ने सरकार पर आरोप लगाया कि बिना उनसे चर्चा किए उनके महकमे का बजट कम कर दिया गया। सहनी ने आरोप लगाया कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है और उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। वहीं जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने सहनी के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि सरकार सभी सहयोगियों को साथ लेकर चल रही है।