पश्चिम बंगाल के मालदा जिले स्थित कालियाचक इलाके में भड़की हिंसा के मामले में केंद्र सरकार ने रिपोर्ट मांगी है। उधर, घटनास्थल पर जाने की तैयारी कर रहे 25 सदस्यीय बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को बुधवार को हिरासत में ले लिया गया। इस प्रतिनिधिमंडल की अगुआई पश्चिम बंगाल में बीजेपी के इकलौते विधायक शामिक भट्टाचार्य कर रहे थे। हालांकि, दस मिनट बाद ही इन सभी को छोड़ दिया गया। पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए बीजेपी सदस्यों को गांव जाने से रोका था। वहीं, भट्टाचार्य का कहना था कि वे इस हिंसा की सही वजह जानने के लिए घटनास्थल पर जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि जब वे पुलिस स्टेशन में थे तो राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें फोन किया। हालांकि, भट्टाचार्य ने दोनों के बीच हुई बातचीत का खुलासा नहीं किया।

बता दें कि हिंदू महासभा नेता कमलेश तिवारी के पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में कालियाचक में करीब 2.5 लाख मुसलमान सड़कों पर उतर आए थे। बाद में हिंसक हुई भीड़ ने कई गाडि़यों और थाने में आग लगा दी। पुलिसवालों को जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। यहां तक कि कई घरों में लूटपाट की खबरें भी सामने आईं। आरएसएस ने दावा किया कि हिंसा का विरोध कर रहे उनके एक पूर्व वर्कर को गोली मार दी गई।
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