बिहार में इस साल के अंत तक चुनाव होना लगभग तय है। चुनाव आयोग ने हाल ही में कोरोनाकाल में मतदान और चुनाव प्रचार के लिए एसओपी जारी कर इसके संकेत दे दिए थे। अब बिहार में जेडीयू के साथ सत्ता पर काबिज भाजपा ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए पार्टी ने कई कमेटियों का गठन भी कर दिया है। जहां चुनाव प्रबंधन से जुड़ी समिति की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को दी गई है, वहीं केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद प्रचार समिति की कमान संभालेंगे। इसके अलावा राज्य के अन्य कई नेता और मंत्री भी अलग-अलग समितियों को देखेंगे।
गौरतलब है कि बिहार में पीएम नरेंद्र मोदी की एक वर्चुअल रैली पहले भी हो चुकी है। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ तैयारियों को परखने के लिए एक वर्चुअल बैठक में शामिल हुए थे। तभी से माना जा रहा था कि भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए कमर कस ली है और वह 2015 के प्रदर्शन में सुधार करना चाहेगी। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी जल्द ही बिहार के लिए एक और वर्चुअल रैली कर सकते हैं।
टीम में किसे, क्या जिम्मेदारी?
चुनाव प्रबंधन समिति में सहसयोंजक प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार होंगे। कमेटी में पार्टी के सारे सांसद, राज्य सरकार के भाजपा कोटे के मंत्री और कोर कमेटी के सदस्यों को भी शामिल गया है। बिहार के मौजूदा कृषि मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार को मैनिफेस्टो कमेटी का नेतृत्व दिया गया है। इसके अलावा एक कमेटी की जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे संभालेंगे। इसमें आवास, परिवहन, हेलिकॉप्टर, सोशल मीडिया और मीडिया समेत कई अन्य विभागों के लिए उप समितियां भी बनाई गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी रख सकते हैं 15-18 हजार करोड़ की परियोजनाओं की नींव
पीएम मोदी अगले हफ्ते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समारोह में अलग-अलग प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दिखा सकते हैं। इन परियजोना की लागत 15 से 18 हजार करोड़ रुपए के करीब है। सड़क निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के मुताबिक, पीएम का कार्यक्रम होना तय है। पर इसकी तारीखों की सूचना अभी नहीं मिल पाई है। उन्होंने बताया कि कई परियोजनाओं के लिए निर्माण एजेंसी का भी चयन हो गया है। कुछ अन्य के लिए चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है।