बिहार में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (Bihar Institute of Public Administration & Rural Development) के महानिदेशक और उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक ने सरकारी बैठक के दौरान राज्य के लोगों और बिहार प्रशासनिक सेवा संगठन (Bihar Administrative Service Association) के अफसरों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है। इसका एक वीडियो वायरल होने पर हंगामा मच गया। यह बैठक वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही थी। कई वरिष्ठ अफसरों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वीडियो में उनको डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ भी अपशब्द और मां-बहन की गालियां बोलते हुए सुना जा सकता है। बैठक में उन्होंने मातहत अफसरों पर भड़कते हुए कहा, “मुझे लिख के दो, मैं इनका बैंड बजाता हूं।”

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प्रोबशनर डिप्टी कलेक्टर प्रशिक्षण में सख्ती की शिकायत से थे नाराज

दो महीने पहले नवंबर में गया में प्रोबशनर डिप्टी कलेक्टर को प्रशिक्षण दिया गया था। इस प्रशिक्षण में उनको सैनिकों की तरह काफी कठिन हालात के प्रशिक्षण दिए गये थे। इससे कई अधिकारी परेशान थे और इसकी शिकायत मुख्य सचिव से कर दी थी। इन सब बातों को लेकर डीजी केके पाठक नाराज थे। बिहार प्रशासनिक सेवा संगठन (Bihar Administrative Service Association) के अफसरों का आरोप है कि हार्ड ट्रेनिंग के चलते कई अफसर बीमार भी पड़ गये थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। 14 नवंबर को गया से फील्ड ट्रेनिंग के लिए उत्तराखंड के मसूरी भेजे गए एक डिप्टी कलेक्टर विवेक कुमार की देहरादून में मौत गई थी। इससे अफसरों की नाराजगी और बढ़ गई थी।

आबकारी मंत्री बोले- इस मामले में कार्रवाई की जाएगी

कई अधिकारियों ने इसकी शिकायत बिहार के आबकारी मंत्री सुनील कुमार से की। सुनील कुमार ने मीडिया से कहा, “मैंने वीडियो के बारे में सुना है। मैं इस पर गौर करूंगा और जो भी आवश्यक कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी वह की जाएगी।”

बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के महासचिव सुनील तिवारी ने कहा, “हम सरकार से ऐसे अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग करते हैं। हमने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का फैसला किया है। उन्होंने हमारे लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया जो कि गलत है। हम इसकी निंदा करते हैं।”