केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे को भागलपुर की एसीजेएम कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अर्जित भागलपुर साम्प्रदायिक तनाव केस में आरोपी हैं और पिछले एक पखवाड़े से फरार चल रहे थे। इससे पहले भागलपुर कोर्ट ने शनिवार की शाम अर्जित की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। तब से माना जा रहा था कि अर्जित सरेंडर कर सकते हैं। अर्जित ने शनिवार की रात पटना में मीडिया से बात कर अपने सरेंडर करने की बात कही। हालांकि, बिहार पुलिस ने दावा किया है कि अर्जित को गिरफ्तार किया गया है।

मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक शनिवार की शाम करीब 5.30 बजे भागलपुर कोर्ट ने अर्जित की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। इसके बाद यह अनुमान लगाया जाने लगा कि अर्जित सरेंडर करेंगे। देर रात करीब 11 बजे पटना के मीडियाकर्मियों को सूचना मिली कि अर्जित चौबे बीच शहर में स्थित महावीर मंदिर के पास पहुंचकर रात 11.30 बजे के आसपास सरेंडर करने वाले हैं। इसके बाद करीब 12.28 बजे आधी रात में अर्जित दल-बल के साथ महावीर मंदिर के पास पहुंचे और आराम से मीडिया से बात करने लगे। अर्जित के पहुंचने के करीब 10 मिनट बाद पटना पुलिस की टीम महावीर मंदिर के पास पहुंचती है। इस टीम की अगुवाई एएसपी राकेश दुबे कर रहे थे । उनके साथ कोतवाली थाना और गांधी मैदान थाना के इन्सपेक्टर भी थे।

पुलिस की मौजूदगी में भी अर्जित करीब 10 मिनट तक मीडिया से बात करते रहे। ऐसे में अगर पुलिस ने गिरफ्तार किया होता तो तुरंत अर्जित को अपने कब्जे में कर लेती लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मीडिया से अपनी बात पूरी कर लेने के बाद ही अर्जित पुलिस की गाड़ी में बैठकर गांधी मैदान थाना पहुंचे। थाने में अर्जित ने अपनी तबीयत खराब होने की बात कही और दावा किया कि उसकी किडनी में पत्थर है और उसे ब्लड प्रेशर है। इसके बाद पटना पुलिस की टीम अर्जित को लेकर आयकर गोलंबर स्थित गार्डिनर रोड अस्पताल पहुंची। वहां डॉक्टरों ने मेडिकल टेस्ट में अर्जित को फिट करार दिया।

कागजी कार्रवाई के बाद पटना पुलिस रात करीब 2.40 बजे सड़क मार्ग से अर्जित को लेकर भागलपुर रवाना हुई। इस दौरान पुलिस की गाड़ी उसे एस्कॉर्ट करती रही। मोकामा के पास राजेंद्र पुल पार करने के बाद भागलपुर के डीएसपी राकेश कुमार प्रभाकर ने अपने हाथ में अर्जित की कमान ले ली। इससे पहले पूरी टीम करीब चार घंटे तक मोकामा में सड़क जाम में फंसी रही। रविवार की दोपहर करीब 12 बजे के आसपास अर्जित की एंट्री भागलपुर में हुई। वहां उसके समर्थक पहले से ही मौजूद थे। दो जगहों पर अर्जित के समर्थकों ने उसे रोका और फूल-माला से स्वागत किया। दोपहर करीब 12.20 पर भागलपुर के एसीजेएम ने अपने आवास पर अर्जित चौबे को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।