बिहार में सवर्ण सेना के कार्यकर्ता केंद्र सरकार और भाजपा से नाराज हैं। दो हफ्ते के अंदर दूसरी बार सवर्ण सेना के लोगों ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ न केवल नारेबाजी की है बल्कि भीड़ ने उन्हें घेरकर काले झंडे दिखाए हैं। रविवार (07 अक्टूबर) को भागलपुर में सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन के साथ भी ऐसा ही वाकया हुआ जब वो भाजपा युवा मोर्चा के सम्मेलन को संबोधित करने स्टेशन की तरफ से जा रहे थे। इसी दौरान सवर्ण सेना के सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं की टोली ने उनके काफिले को घेर लिया और उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। ये लोग शाहनवाज वापस जाओ के नारे लगा रहे थे। यह नजारा काफी देर तक चलता रहा। इससे शाहनवाज हुसैन हैरान रह गए और थोड़ी देर के लिए असहज हो गए। शाहनवाज हुसैन भागलपुर के पूर्व सांसद हैं। वाजपेयी सरकार में वो मंत्री भी रह चुके हैं। 2014 के चुनाव में राजद के शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने उन्हें पराजित कर दिया था। 2019 के चुनावों में शाहनवाज हुसैन फिर से भागलपुर सीट पर नजर गड़ाए हुए हैं।
दोपहर के करीब 12 बजे सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं का हुजूम हाथों में काले कपड़े लेकर रेलवे स्टेशन के रास्ते में पहुंच गया। इसके बाद भाजपा नेता ने गाड़ी में बैठे-बैठे प्रदर्शन कर रहे युवकों को समझाने की कोशिश की मगर वे इनकी नहीं सुने। स्टेशन चौक पर मौजूद पुलिस वालों ने काफी मशक्कत कर किसी तरह शाहनवाज हुसैन के काफिले को वहां से निकाला। तब हुसैन जिला स्कूल में निर्धारित कार्यकम में काफी देरी से पहुंच सके। दरअसल, सवर्ण सेना एससी-एसटी कानून में संशोधन के लिए लाए गए अध्यादेश और आरक्षण के खिलाफ आंदोलन कर रही है। दस दिन पहले 27 सितंबर को भी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को भागलपुर के नवगछिया स्टेशन के बाहर सवर्ण सेना का विरोध झेलना पड़ा था। सेना के कार्यकर्ताओं ने चौबे को काले झंडे दिखाए थे और भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे।
शाहनाज हुसैन और अश्विनी चौबे के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और सांसद व दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी को भी सवर्ण सेना के विरोध का सामना बिहार के अलग-अलग इलाकों में करना पड़ा है। उधर, सवर्ण सेना के आंदोलनरत कार्यकर्ताओं पर पिछले दिनों पटना में हुए पुलिस लाठीचार्ज को भाजपा नेता सीपी ठाकुर ने सवर्णों पर अत्याचार बताया है। इसके खिलाफ उन्होंने रविवार को गया के गांधी मैदान में महाधरना कार्यक्रम का आयोजन किया है।
