राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद का पूरा परिवार इन दिनों पूर्व मंत्री और परिवार के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी की तैयारियों में जुटा है। लालू के बेटे-बेटियां इस शादी का निमंत्रण पत्र खुद ही गणमान्य लोगों को जाकर दे रहे हैं और उनसे शादी समारोह में शामिल होने का अनुरोध कर रहे हैं। कई गणमान्य लोगों ने समारोह में शामिल होने पर रजामंदी भी जाहिर की है मगर दूल्हे तेजप्रताप के विवाह में पिता लालू पहुंच पाएंगे या नहीं, इसको लेकर अभी संशय बरकरार है। शादी के दिन सभी पारंपरिक रस्में भी होंगी पर समधी मिलन की रस्म पर सस्पेंस बना हुआ है क्योंकि इसके लिए लड़की के पिता तो होंगे पर लड़के के पिता लालू यादव शायद वहां न हों। हालांकि, उनकी जगह मामा, चाचा या मौसा इस रस्म को पूरा कर सकते हैं।

आज (04 मई को) वकीलों की हड़ताल की वजह से झारखंड हाईकोर्ट में लालू यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी। अब 11 मई को इस पर सुनवाई होगी। इससे पहले दो बार उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। लालू बेटे की शादी के लिए पैरोल लेने से भी इनकार कर चुके हैं। यानी उन्हें जमानत मिलती है, तभी लालू अपने बड़े बेटे की शादी में शामिल हो पाएंगे।

तेजप्रताप की बहन रागिनी और राजलक्ष्मी ने गुरुवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात कर उन्हें निमंत्रण पत्र दिया था और अपने भाई की शादी में आने का अनुरोध किया था। तेजप्रताप का विवाह 12 मई को राजद नेता और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की पुत्री ऐश्वर्या राय से पटना में होगी। ऐश्वर्या के दादा दारोगा प्रसाद राय बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

लालू के पुत्र-पुत्रियों ने बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी निमंत्रण पत्र देकर वर-वधू को आर्शीवाद देने का अनुरोध किया है। राजद के एक नेता ने दावा किया कि इस विवाह समारोह में बिहार के अलावा अन्य राज्यों के नेता भी शिरकत करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या लालू प्रसाद आएंगे, उन्होंने कहा कि ‘यह न्यायालय का मामला है।’ बता दें कि पूर्व रेल मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद चारा घोटाला के मामले में सजा काट रहे हैं। अस्वस्थ होने पर लालू को मार्च के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के एम्स ले जाया गया था, फिलहाल उनका इलाज रांची के रिम्स में चल रहा है।