मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में बड़ी टूट हुई है। जेडीयू के छ में से पांच विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। वहीं इस मुद्दे को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा है। नीतीश कुमार ने पूछा कि बीजेपी जो कर रही है, क्या वो संवैधानिक है?
नीतीश कुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि बीजेपी पार्टियों को तोड़ रही है। उन्होंने कहा, “जब हम एनडीए से अलग हुए, तो मणिपुर के हमारे सभी छह विधायक आए और हमसे मिले और हमें आश्वासन दिया कि वे जदयू के साथ हैं। हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या हो रहा है। वे विधायकों को पार्टियों से तोड़ रहे हैं, क्या ये संवैधानिक है? विपक्ष 2024 के चुनाव के लिए एकजुट होगा।”
इसके पहले शनिवार सुबह जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने भी कहा था कि बीजेपी जो चाहे कर ले, लेकिन जेडीयू 2023 तक राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी। उन्होंने कहा था, “मणिपुर में जो कुछ भी हुआ, इसके लिए बीजेपी ने धनबल का इस्तेमाल करके किया। पीएम के लिए विपक्षी दलों का साथ आना भ्रष्टाचार है। वे जो चाहें कर सकते हैं लेकिन 2023 तक जद (यू) एक राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी।”
वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि हम जल्द ही बिहार को जेडीयू मुक्त कर देंगे। उन्होंने कहा, “मणिपुर में जदयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हुए, राज्य जदयू मुक्त हो गया है। वे विधायक एनडीए में बने रहना चाहते थे। बहुत जल्द हम बिहार में जदयू-राजद गठबंधन को तोड़ देंगे और राज्य को जदयू मुक्त कर देंगे। होर्डिंग और पोस्टर लगाकर कोई भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकता।”
मणिपुर में जेडीयू विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर लड़ी थी और उसके छह विधायक जीते थे। जिसमे से अब पांच विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। पहले यह खबर थी कि मणिपुर की बीजेपी सरकार से जेडीयू समर्थन वापस ले सकती है। लेकिन उसके पहले ही बीजेपी ने जेडीयू विधायकों को अपने पाले में कर लिया।