जेडीयू की नेता और पूर्व मंत्री डॉ. रंजू गीता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वो बोल रही हैं कि पटना की जमीन का एक टुकड़ा बेचकर सीतामढ़ी के सभी नेताओं को खरीद लेंगी। उनका ये बयान तब आया है जब एमएलसी चुनाव में जेडीयू उम्मीदवार रेखा देवी ने जीत दर्ज की है। गीता और रेखा देवी एक दूसरे की धुर विरोधी रही हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक नौ जून को जिला जेडीयू की समीक्षात्मक बैठक में रंजू गीता ने करीब दो माह पूर्व संपन्न एमएलसी चुनाव पर पूर्व मंत्री ने जेडीयू प्रत्याशी की जीत पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अगर बाजपट्टी, बोखरा एवं नानपुर प्रखंड के वोटरों का सपोर्ट नहीं मिलता तो जेडीयू के प्रत्याशी को जीत नहीं मिलती।

बिहार की पूर्व मंत्री डॉ. गीता अपनी हैसियत बताने लगीं। इसी दौरान उन्होंने पटना की जमीन बेचकर सीतामढ़ी के नेताओं को खरीदने की बात कह दी। उनकी इस बात पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां भी बजाईं। हालांकि जेडीयू के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह कुशवाहा ने रंजू गीता की बातों के राजनीतिक मायने नहीं लगाने की बात कही है।

जानकारों का कहना है कि जिले में जेडीयू दो खेमों में बंट गया है। इसी बात पर रंजू गीता ने जेडीयू नेताओं को खरीदने की बात कही। जेडीयू की एमएलसी प्रत्याशी रेखा के विरोध में भी कई नेता काम कर रहे थे। वहीं एक खेमा देवेश चंद्र ठाकुर सहित अन्य का था जो एमएलसी प्रत्याशी रेखा के समर्थन में था।

डॉ. रंजू गीता नीतीश सरकार में पूर्व मंत्री रह चुकी हैं। खुद को सोशल वर्कर बताने वाली रंजू गीता की शैक्षणिक योग्यता डाक्टरेट है। 2020 में चुनाव आयोग के दिए हलफनामे के मुताबिक डॉ. रंजू गीता कि कुल घोषित संपत्ति 3.6 करोड़ थी। उनके खिलाफ 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं। डीडीसी को चप्पल मारने और हवालात जाने को लेकर भी वो चर्चा में रह चुकी हैं। 2015 के चुनाव में बाजपट्टी विधानसभा से रंजू गीता ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की प्रत्याशी रेखा कुमारी को पटखनी दी थी। तब से रेखा देवी के साथ उनका 36 का आंकड़ा है।