सांसद चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से ही राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। जब भी मौका मिलता है चिराग पासवान नीतीश कुमार पर निशाना साधने से नहीं पीछे हटते। कुछ दिन पहले ही चिराग पासवान को दिल्ली वाला आवास छोड़ना पड़ा क्योंकि वो आवास राम विलास पासवान को आवंटित हुआ था और उनके निधन की वजह उन्हें 12 जनपथ वाला आवास छोड़ना पड़ा। चिराग पासवान ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
चिराग पासवान ने पुष्प स्टाइल में नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “कई शक्तियां चिराग पासवान को समाप्त करने में लगीं हुईं हैं, मुख्यमंत्री स्वयं लगें हुएं हैं। चिराग पासवान भी शेर का बेटा है, रामविलास पासवान का बेटा है। न मैं झुकूँगा और न मैं टूटूंगा और डरता तो मैं किसी से नहीं हूं।” भाषण के दौरान बंगले का दर्द भी चिराग पासवान का सामने आया।
चिराग पासवान ने आगे कहा कि, “इनको लगा था कि मुझे मेरे घर से निकालकर, मुझे घर पर बिठा देंगे और मैं महीना भर परेशान रहूँगा और रोता रहूँगा। जो लोगों के दिलों में बसतें है, उसे मिट्टी के मकान की क्या जरुरत?” चिराग पासवान ने सभा में मौजूद जनता से पूछा की क्या मुझे ईंट-पत्थर से बनें मकान की जरुरत है क्या? मैं आप लोगों के दिलों में बसता हूं कि नहीं बसता हूं?
चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से बिहार में हैं और बिहार के जिलों का लगातार दौरा कर रहें हैं। चिराग पासवान ने बंगला छोड़ने के बाद कहा था कि वो बंगला छोड़ने के लिए तैयार थे लेकिन उन्हें अपमानित किया गया। उन्होंने कहा था कि एक ताकतवर केन्द्रीय मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उन्हें बंगला नहीं छोड़ना पड़ेगा, लेकिन फिर भी उनसे आनन-फानन में बंगला खली करवाया गया।
बता दें कि रामविलास पासवान को 12 जनपथ वाला बंगला मिला था और इसी बंगले में पिछले 31 सालों से रहते थे। 2020 में रामविलास पासवान की मृत्यु हो गयी और उसके बाद उनके सांसद बेटे चिराग पासवान वहां रह रहे थे। लेकिन चिराग सिर्फ एक सांसद हैं ,तो उन्हें सांसद फ्लैट नियम के हिसाब से मिलेगा और इसलिए उन्हें ये बंगला छोड़ना पड़ा।