केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह शरद यादव मुलाकात बुधवार को राज्यसभा सांसद और जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता शरद यादव से मिलने उनके घर पहुंचे। राजनाथ सिंह और शरद यादव की इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा है और तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। हालांकि, दोनों नेताओं की इस मुलाकात की वजह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबंध में एक फैसला लेने के लिए हुई थी यह बताया गया है। दरअसल, केंद्र सरकार जन संघ नेता और राजनीतिक विचारक पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जन्मशती वर्ष मना रही है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई गई है और नीतीश कुमार को भी इस कमिटी का मेंबर बनाया गया है। दोनों पार्टियों की तरफ से कहा गया है कि राजनाथ सिंह और शरद यादव की मुलाकात इसी सिलसिले में हुई थी। लेकिन, बिहार में हालिया राजनीतिक हलचल को देखते हुए राजनीतिक पंडित दोनों नेताओं की मुलाकात को किसी और ही चश्में से देख रहे हैं। इस बीच बिहार के एक वरिष्ठ जदयू नेता ने यह कहकर कि राजनीति में कोई भी ‘स्थाई दुश्मन या दोस्त नहीं होता’ और ‘राजनीति संभावनाओं का खेल है’ इस मुलाकात को और राजनीतिक रंग दे दिया है।
गौरतलब है कि दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में बनाई गई कमिटियों में जिस तरह से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडी (यू) नेता शरद यादव को शामिल किया गया है, उसे लेकर ये अटकलें शुरू हो गई हैं कि क्या बीजेपी फिर जेडी (यू) के नजदीक आना चाहती है? राजनीति के जानकारों का कहना है कि इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि अभी भले ही बिहार में जेडीयू-आरजेडी की सरकार है, लेकिन आने वाले वक्त में दोनों में टकराव हो सकता है। उस हालत में बीजेपी और जेडीयू में दूरियां कम होने से भविष्य में दोनों पार्टियों को इसका फायदा मिल सकता है।
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