बिहार में गंगा नदी का जलस्तर सोमवार (15 अगस्त) को पांच स्थानों पर इस मौसम के उच्चतम स्तर पर रहा। इसके साथ ही राज्य की कुल छह नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गंगा नदी सुबह छह बजे बिहार में पांच स्थानों – पटना के गांधी घाट व हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में इस मौसम के उच्चतम स्तर पर रही। इन स्थानों पर नदी का जलस्तर क्रमश: 49.54 मीटर, 42.48 मीटर, 38.83 मीटर, 33.55 मीटर और 31.62 मीटर रहा। आयोग के मुताबिक गंगा नदी का जलस्तर प्रात: छह बजे पटना के दीघा घाट, गांधी घाट व हाथीदह और कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमश: 44 सेमी., 94 सेमी., 72 सेमी. और 53 सेमी. उपर था जबकि बक्सर, मुंगेर व भागलपुर में खतरे के निशान से क्रमश: 41 सेमी., 50 सेमी. व 13 सेमी. नीचे था।

वहीं बिहार की अन्य पांच नदियां जिनका जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान से ऊपर रहा उनमें सोन, पुनपुन, घाघरा, बूढी गंडक और कोसी नदी शामिल हैं। सुबह छह बजे सोन नदी का जलस्तर पटना के मनेर में 04 सेमी., पुनपुन नदी पटना के श्रीपालपुर में 94 सेमी., घाघरा नदी सीवान जिला के गंगपुर सिसवन में 35 सेमी., बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में 50 सेमी., कोसी नदी खगड़िया जिला के बलतारा में व कटिहार जिले के कुरसेला में 38 सेमी. व 42 सेमी. खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। वहीं शेष सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैतृक जिला नालंदा जो कि अभी तक बाढ़ से प्रभावित था, वहां अब बाढ़ की स्थिति नहीं है। नालंदा जिला के 3 प्रखंड एकंगरसराय, हिलसा और करायपरसुराय के 20 गांवों की कुल 10 हजार आबादी अभी तक बाढ़ से प्रभावित थी। बिहार में महानंदा, बखरा, कंकई, परमार, कोसी व अन्य नदियों में हाल में आई बाढ़ से राज्य के कुल 14 जिले पूर्णियां, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर व सारण जिला बाढ़ प्रभावित हुए थे। कुल 95 लोगों की जान गई थी पर धीरे-धीरे जलस्तर में कमी आने से गत 13 अगस्त तक इन जिलों में बाढ़ की स्थिति समाप्त हो गई थी।

मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार (16 अगस्त) सुबह तक बिहार के सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की वर्षा होने की संभावना है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह व जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह के साथ गंगा और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने इस क्रम में पटना, वैशाली, छपरा, भोजपुर व बेगूसराय का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक गंगा, सोन और घाघरा नदी में बढ़े जलस्तर के कारण दियारा क्षेत्र में पानी का प्रसार होने के कारण बड़ी संख्या में बस्तियां प्रभावित हुई हैं और बड़ी संख्या में लोगों का आवागमन बाधित हुआ है।

हवाई सर्वेक्षण से लौटने के पश्चात मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी व पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल को निर्देश दिया कि सभी प्रभावित गांव और टोलों में पर्याप्त नाव की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही दवा व आवश्यकतानुसार खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके अतिरिक्त मोबाइल मेडिकल टीम भेजकर बीमार लोगों की सहायता की जाए। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि वह आगामी 17 अगस्त को पटना व वैशाली के जिलाधिकारी और सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता के साथ दियारा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करें।