बिहार के मुजफ्फरपुर में जब 17 साल बेटे ने अपनी आंखों के सामने मां से बलात्कार का प्रयास होते देखा तो वह हैवानों से भिड़ गया। बेरहम हैवानों ने भी उसकी जमकर पिटाई की। बाद में चोटों के कारण मां की लाज बचा लेने वाले उस बहादुर बेटे ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। ये वाकया मुजफ्फरपुर के धर्मपुर गांव का है। अब पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
बताया गया कि धर्मपुर गांव की रहने वाली एक महिला बीते 15 नवंबर को राजेन्द्र साह की दुकान पर चारा खरीदने के लिए गई थी। चारे की दुकान पर साह के बेटे पप्पू ने कथित तौर पर महिला को दबोच लिया। आरोप है कि पप्पू के साथ ही उसके कुछ दोस्तों ने भी महिला को गलत नीयत से अंदर घसीटने का प्रयास किया। अपनी मां की चीखें सुनकर महिला का 17 साल का बेटा वहां पर आ गया। उसने मां को बचाने के लिए संघर्ष शुरू कर दिया।
बेटे को रास्ते की रुकावट बनते देखकर भड़के आरोपियों ने उसकी जमकर पिटाई की। पिटाई से लड़के को गहरी चोटें आईं थीं। बाद में जब वह बेहोश हो गया तो सभी उसे मरा हुआ जानकर छोड़कर चले गए। इस मामले में बाद में लड़के को उठाकर प्राथमिक उपचार के बाद पटना के पीएमसीएच में रेफर कर दिया गया। रविवार (18 नवंबर, 2018) को चोटों के कारण अस्पताल में ही लड़के ने दम तोड़ दिया।
सोमवार को जब लड़के की मौत की बात गांव वालों को पता चली तो उनका आक्रोश भड़क उठा। ग्रामीणों ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर राज्य राजमार्ग संख्या— 74 पर जाम लगा दिया। ये जाम करीब आठ घंटे तक लगा रहा। इस दौरान लड़के का शव भी सड़क पर ही रखा हुआ था। ग्रामीणों की मांग थी कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। बाद में थाना साहेबगंज के एसएचओ के द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्ववासन देने के बाद जाम हटा दिया गया। बाद में मृत लड़के के पिता की लिखित शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। अब पुलिस हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

