बिहार के सीतामढ़ी में पिछले महीने 82 वर्षीय एक मुस्लिम व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। उनके शव को जलाने का प्रयास किया गया था। इस मामले में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। छह अन्य की तलाश जारी है। इन 13 लोगों में वह शख्स भी शामिल है, जो हत्या के वक्त बुजुर्ग का हाथ पकड़े हुए दिखा था। दरअसल, दशहरा के एक दिन बाद दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान सीतामढ़ी के मुस्लिम बहुल इलाके में कथित तौर पर पत्थरबाजी कर मूर्ति को क्षतिगस्त कर दिया गया था। इसके बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया था। इस दौरान जैनुल अंसारी अपने बहन के घर से साइकिल से वापस लौट रहे थे। वापस लौटने के समय स्थानीय लोगों ने उन्हें चेतावनी भी दी थी कि भीड़ इक्ट्ठी हो रही है। कुछ अनहोनी हो सकती है। हालांकि, जैनुल ने चेतावनी को अनदेखा कर दिया और आगे बढ़ गए।
जैनुल कुछ दूर ही आगे बढ़े थे कि भीड़ ने उन्हें पकड़ लिया और हत्या कर दी। कुछ घंटे बाद उनका जला हुआ शव बरामद हुआ था। सीतामढ़ी पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। इन 13 लोगों में छोटू राउत नामक शख्स भी शामिल है। सीतामढ़ी टाउन थाने के इंचार्ज शशिभूषण सिंह ने बताया, “छाेटू राउत वह व्यक्ति है जो वीडियो में घटनास्थल गौशाला चौक के समीप जैनुल अंसारी का हाथ पकड़े हुए दिख रहा था। इसी जगह से अंसारी का अधजला शव बरामद हुआ था।”
थाना इंचार्ज ने आगे कहा, “गिरफ्तार किए गए सभी युवकों की उम्र 20 साल के आसपास है और वे बेरोजगार हैं। वे स्थानीय हैं। इस घटना का मास्टरमाइंड कोई और हो सकता है जो मौके पर नहीं देखा गया। हालांकि, गिरफ्तार किए गए किसी युवक का कोई अपराधिक इतिहास नहीं है।” पुलिस वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर छह अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
अंसारी के बेटे अशरफ ने कहा, “मैंने पुलिस से संपर्क कर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सुधार करने को कहा है, जिसमें मेरे पिता की उम्र 35 साल लिख दी गई है। इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को इस घटना के किंगपिन की तलाश करनी चाहिए।” इसके जवाब में थाना इंचार्ज शशिभूषण सिंह ने कहा, “हमने अंसारी के डीएनए सैंपल को पुष्टि के लिए भेज दिया है। हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सुधार कर लेंगे। डॉक्टर को उनकी उम्र 85 साल लिखने को कहा गया था, लेकिन गलती से 35 साल लिख दिया गया।”