बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को की ‘सियासी’ दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए। इस इफ्तार पार्टी का आयोजन बिहार भाजपा के नेताओं की ओर से पटना के अंजुमन इस्लामिया हॉल में किया गया था।  इस आयोजन में भाजपा नेताओं के साथ- साथ जेडीयू के भी कई बड़े नेता शामिल हुए, जिसकी मेजबानी उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी और विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने की।इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार को शाहनवाज हुसैन ने बुके, टोपी और साफा भेंटकर स्वागत किया। इसके साथ उन्होंने मुख्यमंत्री को खजूर भी खिलाएं।

इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गई, जिसमें मुख्यमंत्री समेत सभी रोजेदारों ने प्रदेश में अमन चेन और भाईचारे को कायम रखने की दुआ मांगी।

दावत-ए-इफ्तार पर मीडिया से बातचीत करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा कि “सीएम नीतीश कुमार इफ्तार में आए हैं। अंजुमन इस्लामिया हॉल एक ऐतिहासिक स्थल है। यह अब बदला-बदला सा नजर आ रहा है पहले के मुकाबले काफी खूबसूरत हो गया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी बीते कई सालों से इफ्तार की दावत दे रहे हैं। कोरोना काल में बीते दो सालों से इफ्तार का आयोजन नहीं हो पाया था। इस बार इफ्तार की दावत का आयोजन अरुण कुमार सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी और मैंने मिलकर किया है।”

गौरतलब है कि बिहार के सुशील मोदी पिछले 30 सालों से रमजान के पवित्र महीने में इफ्तार का आयोजन कर रहे हैं। इस बार इफ्तार में करीब में 1000 लोग शामिल हुए। इस मौके पर सुशील मोदी ने कहा कि रमजान का महीना एक पवित्र महीना होता है जो सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है। मेरी बिहार सभी लोगों से अपील है कि हिन्दू और मुस्लिम प्रदेश में भाईचारे के साथ रहें और प्रदेश की तरक्की में योगदान दें।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, अवधेश नारायण सिंह, मंत्री विजय कुमार चौधरी, संजय कुमार झा, प्रमोद कुमार, नितिन नवीन, भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल, जिलाधिकारी कुमार रवि, विधायक मदन मोहन तिवारी, विधायक शकील अहमद खान सहित अन्य कई वरिष्ठ नेता और रोजेदार मौजूद थे।