बिहार पुलिस के कारनामे अक्सर सामने आते रहते हैं और सुर्खियां बटोरते रहते हैं। कभी किसी मामले की जांच को लेकर तो कभी अपने खराब व्यवहार को लेकर। एक बार फिर से ऐसा ही मामला सामने आया है, जिससे बिहार पुलिस की छवि खराब होती दिख रही है।

दरअसल बांका रेप केस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना पीड़ित परिवार के साथ सीएम नीतीश से मिलने के लिए पहुंची थीं। जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। मुख्यमंत्री से मिलने को लेकर अधिकारी और भयाना में थोड़ी सी बहस हुई, फिर क्या था वर्दी का रौब शुरू हो गया। योगिता पर एक पुलिस अधिकारी भड़कते दिखे और बदतमीजी से बात करने लगे।

वायरल हो रहे वीडियो में बिहार पुलिस के एक अधिकारी कह रहे हैं- “आप मालिक हैं क्या…चल इधर…अरे चुप…चलिए इधर, उंगली नीचे करके…मैडम उंगली नीचे करके…इनको बैठाओ गाड़ी में।”

एक वीडियो में योगिता भयाना, पीड़ित परिवार के साथ धरने पर भी बैठी दिखीं। यहां भी पुलिस अधिकारी उनसे उसी लहजे में बात करते दिख रहे हैं। भयाना भी पुलिस अधिकारी पर भड़कतीं दिखीं। एक वीडियो में पुलिस अधिकारी खींचातानी भी करने लगते हैं। जिसके बाद पुलिस सामाजिक कार्यकर्ता और पीड़ित परिवार के सदस्यों को हिरासत में ले लेती है और उन्हें सचिवालय थाने भेज दिया जाता है।

भयाना ने इस मामले में कई वीडियो भी ट्वीट किए हैं। साथ ही एक ट्वीट में लिखा है- “ये दो लोग जिन्हें गिरफ्तार कर मेरे साथ थाने में रखा गया है, वे उस लड़की के पिता और चाचा हैं, जिसका बलात्कार और बेरहमी से कत्ल किया गया था! वे अपराधी नहीं हैं कृपया उन्हें जल्द से जल्द रिहा करें”।

बता दें कि जिस घटना को लेकर सीएम से मिलने के लिए परिजन पहुंचे थे, उस मामले में आठ साल की बच्ची के साथ बहुत हैवानियत की गई है। होली खेलने के लिए निकली बच्ची का पहले तो अपहरण किया गया फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया। हैवानों ने इसके बाद बच्ची की आंखें फोड़ दी और हत्या करके शव को नाले में फेंक दिया।