बिहार सरकार में राजस्व मंत्री और भाजपा नेता रामसूरत राय ने मंदिर-मस्जिद के मामलों को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है। नीतीश के मंत्री ने कहा है कि मुस्लिमों ने भगवान को भी टोपी पहना दिया और मंदिरों की जमीनों को हड़प लिया। अब धीरे-धीरे वो वापस आ रहा है। वहीं एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के मस्जिद वाले बयान पर पलटवार किया है।
बिहार के मंत्री- रामसूरत राय जमुई पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने ज्ञानवापी मामले पर कहा- “स्वत: प्रकट हो रहे हैं भगवान किसी ना किसी रूप में, कहीं राधा-कृष्ण के रूप में, कहीं शिव के रूप में, कहीं राम जी के रूप में”।
प्रेस कांफ्रेंस में रामसूरत राय ने कहा कि जिन मंदिरों पर कब्जा हुआ था, वो खुद धीरे-धीरे खुद सामने आ रहा है। उन्होंने कहा- “जहां-जहां आप ज्वाइंट देख रहे हैं, सारे मस्जिद जो बने हैं, जैसे आपके यहां ईद में हम आते हैं तो हमारे मुस्लिम भाई क्या करते हैं, टोपी पहना देते हैं। ये लोग भगवान को भी टोपी पहना दिए…। सब हड़प लिए, जमीन मेरा जो भगवान का मंदिर था हड़प लिया। तो आज हम नहीं छीन रहे हैं, वो स्वत: धीरे-धीरे निकल रहा है। वो स्वत: उनको छोड़ना पडे़गा।”
राजस्व मंत्री ने आगे कहा कि ये सभी हमारे पूर्वजों की संपत्ति है और ये अपने आप वापस आ जाएगी। मुगलों ने मंदिरों को तोड़कर ये हड़पा है, उनलोगों को ये जगह छोड़नी पड़ेगी। रामसूरत राय यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि अब समय परिवर्तन हो रहा है।
ओवैसी ने संघ प्रमुख को घेरा- मोहन भागवत के मस्जिद वाले बयान पर ओवैसी ने कहा कि ये आरएसएस का पुराना तरीका है। उन्होंने कहा- ज्ञानवापी पर मोहन भागवत का बयान जिसमें उन्होंने हर मस्जिद में शिवलिंग की तलाश पर सवाल उठाया था, आग लगाने वाला है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह संघ की एक पुरानी रणनीति है कि जब चीजें अलोकप्रिय हों तो वो उससे दूरी बना लेते हैं, बाद में वो फिर से उससे जोड़ लेते हैं”।