बिहार के लखीसराय में एसडीपीओ रंजन कुमार का तबादला मोतिहारी के अरेराज में किए जाने के बाद एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसमें विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और एसडीपीओ रंजन कुमार के बीच मीटिंग के दौरान तीखी नोक-झोंक होती दिख रही है। वीडियो में विजय सिन्हा से रंजन कुमार कह रहे हैं कि जनप्रतिनिधि शाम में खुद बैठकर दारू पीते हैं। इस पर विजय सिन्हा बीच में टोकते हुए कहते हैं, अंदर कर दीजिए, जो ऐसा करता है अंदर कर दीजिए। इसके बाद रंजय कुमार कहते हैं कि हम अपना 500 पर्सेंट देने को तैयार हैं, लेकिन ये दोनों तरफ से होना चाहिए।
वायरल वीडियो में विजय सिन्हा कहते हुए दिखाई देते हैं कि नया लड़का सब दारू बेचता है, कुछ गैंग है दारू बिकवाने वाले का, एक नया क्रिमिनल वर्ग पैदा होगा, इसलिए इसको रोकना होगा, इसलिए इसको सख्ती के साथ रगडि़ए और कार्रवाई कीजिए। नया जेनरेशन को हर हाल में नशमुक्त करना है।
एसडीपीओ रंजन कुमार इसके बाद कहते हैं कि एक मिनट सर हम भी क्लियर कर रहे हैं। जनप्रतिनिधि शाम को बैठकर खुद दारू पीते हैं, हम एक बात बता रहे हैं हम लोगों को भी सूचना मिलता है बहुत तरह का। हम इसलिए बता रहे हैं सर हमसे जितना चाहिए हम 500 पर्सेंट देंगे, लेकिन ये दोनों तरफ से होना चाहिए। सर हम बता रहे हैं जब दारू का केस होता है तो पैरवी ले आता है सर हमारा बच्चा है, इसका करियर खराब हो रहा है। बहुत सारा उदाहरण है, हम बाद में दे देंगे आपको। इसके बाद विजय सिन्हा कहते हैं, कोई भी जनप्रतिनिधि, कोई भी सामाजिक कार्यकर्ता, अगर वो दारू के मामले में किसी को बचाने का प्रयास करता है तो कोई नहीं… सीधे अंदर करिए।
कुछ दिनों पहले लखीसराय में सरस्वती पूजा के दौरान स्पीकर विजय सिन्हा की एक केस को लेकर लखीसराय के एसडीपीओ रंजन कुमार और दो थानेदारों से बहस हो गई थी। विजय सिन्हा के साथ एसडीपीओ और दोनों थानेदारों ने प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवहार नहीं किया। इसके बाद स्पीकर विजय सिन्हा एसडीपीओ को हटाने पर अड़ गए थे। बाद में इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया।
इस मामले को लेकर विधानसभा में भी हंगामा हुआ था। यहां तक स्पीकर विजय सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच भी जमकर कहासुनी हो गई थी। स्पीकर इतना नाराज हो गए थे कि अगले दिन वह विधानसभा में भी नहीं आए। हालांकि, विधानसभा में बहुत कड़े शब्दों में जवाब देने के बाद
नीतीश कुमार के तेवर कुछ नरम पड़े और उन्होंने एसडीपीओ रंजन कुमार का ट्रांसफर कर दिया, जिसके बाद मामला थोड़ा शांत हुआ।