बिहार में रामनवमी जुलूस के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होने बुधवार को दावा किया कि अब राज्य में हर जगह शांति है और अशांति जानबूझकर एक साजिश के तहत पैदा की गयी थी। उन्होने लिखा “हम दोनों स्थानों (बिहारशरीफ और सासाराम) पर स्थिति पर नजर रख रहे हैं। यह प्रशासन की विफलता नहीं थी। कुछ लोगों ने साजिश के तहत जानबूझकर यह अशांति पैदा की है।
‘हिंसा के लिए भाजपा जिम्मेदार’
बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा, “कुछ दिनों में सच्चाई सामने आ जाएगी..पूरा देश जानता है कि बीजेपी नफरत और तुष्टीकरण की राजनीति करती है।” नीतीश कुमार की यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दावा किए जाने के एक दिन बाद आई है कि भाजपा उनके राज्य में दंगे कराने के लिए गुंडों को ला रही है।
अब तक बिहार शरीफ में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई झड़पों से जुड़ी 130 गिरफ्तारियां और 15 प्राथमिकी हुई हैं। राज्य के कुछ हिस्सों में अभी भी सख्ती दिखाई जा रही है। हिंसा की इन घटनाओं को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सासाराम यात्रा रद्द हो गई थी। जिससे यह दो राजनीतिक खेमों के बीच एक फ्लैशपॉइंट बन गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को नवादा जिले में एक रैली में अमित शाह के ताजा बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होने “बिहार में भाजपा के सत्ता में आने पर दंगाइयों को उल्टा लटका दिया जाएगा” कहा था। नीतीश कुमार ने अमित शाह पर ताना मारा और 2017 की याद दिलाते हुए कहा कि तब भी कार्रवाई करनी चाहिए थी।
बिहार विधानसभा में भी हंगामा
बुधवार को बिहार विधानसभा में हंगामा देखा गया। भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नालंदा और रोहतास के जिला मुख्यालय बिहारशरीफ और सासाराम में झड़पों के खिलाफ अपना विरोध जताया। बवाल के बाद बिहार विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा को मार्शलों ने सदन से बाहर कर दिया। इस दौरान विधानसभा की कार्यवाही ठप ही रही।